Wednesday, March 5, 2025

हिमानी हत्याकांड, पिता बोले- सचिन को बेदखल कर चुके:मां भी चेहरा नहीं दिखाना चाहतीं; आरोपी का रोहतक से पुराना कनेक्शन सामने आया

हरियाणा की कांग्रेस नेता हिमानी नरवाल की रोहतक में हत्या कर लाश सूटकेस में फेंकने वाले सचिन ढिल्लू का परिवार पूरी तरह सहमा हुआ है। उसके पिता देवेंद्र कहते हैं- हम तो उसे 10 साल पहले बेदखल कर चुके, हमारा उससे कोई लेना-देना नहीं है। सचिन की मां अपना चेहरा भी नहीं दिखाना चाहती, ताकि किसी को पता न चले कि हिमानी के हत्यारे सचिन ने उसकी कोख से जन्म लिया है। हिमानी हत्याकांड में पकड़े जाने के बाद दैनिक भास्कर झज्जर के खैरपुर गांव पहुंचा। जहां पता चला कि सचिन का रोहतक से पुराना कनेक्शन भी है। यहां उसके माता-पिता कैमरे के सामने नहीं आए लेकिन उन्होंने कहा कि इकलौता बेटा होने की वजह से सचिन सबका लाडला था। उसने लव मैरिज की तो रिश्ते बिगड़ गए….। भास्कर के सवाल पर माता-पिता ने सचिन के सबके लाडले होने से लेकर हिमानी की हत्या तक की पूरी कहानी बताई... सचिन बचपन में कैसा था, उसकी पढ़ाई कैसे हुई? सचिन के पिता ने कहा- वह मेरा इकलौता बेटा था। शायद यही वजह थी कि वह सबका लाडला था। खासकर, उसकी बुआ उसे बहुत प्यार करती थी। गांव में तो उसका सिर्फ बचपन ही बीता। उसने गांव के स्कूल से 5वीं तक पढ़ाई की। फिर बुआ आई और उसे अपने साथ रोहतक ले गई। वह बोलीं कि अब सचिन उसके साथ रहकर पढ़ाई करेगा। सचिन 5वीं के बाद बुआ के पास रोहतक के सांघी गांव में चला गया। 12वीं तक की पढ़ाई उसने वहीं से पूरी की। घर तो वह कभी-कभार छुट्टियों में आता था। सचिन को बेदखल क्यों करना पड़ा? माता-पिता बताते हैं- सचिन ने 10 साल पहले कोर्ट में लव मैरिज कर ली। हमें कुछ पता नहीं था। हम जाट हैं और लड़की वैश्य समाज से है। वह दिल्ली के नांगलोई की थी। सचिन और उसकी मुलाकात कैसे हुई, बात शादी तक कैसे पहुंची, हमें उसने कुछ नहीं बताया। इसी वजह से बात बिगड़ती चली गई। मजबूरी में हमें उसे बेदखल करना पड़ा। हालांकि तब लड़की के पिता भी गांव आए थे। उनकी भी गांव में जान-पहचान थी। वह गांव में बात करने और बेटी से मिलना चाहते थे लेकिन उस वक्त माहौल ऐसा था कि वह बिना मिले लौट गए। बेदखल करने के बाद भी सचिन परिवार समेत साथ रह रहा था? पिता बोले- वह हमारा इकलौता बेटा है। बेदखल किया तो फिर रिश्तेदारों का दबाव पड़ने लगा। हमने उससे संबंध तो सारे तोड़ लिए लेकिन घर में ही रहने का अलग कमरा दे दिया। रसोई भी एक है लेकिन उसमें 2 चूल्हे जलते हैं। उसके 2 बच्चे भी हैं। वह पहले किसी मोबाइल प्रमोटर कंपनी में काम करता था। 3 साल पहले उसने गांव के नजदीक ही मोबाइल शॉप खोल ली थी। कत्ल के बाद वह पत्नी को दिल्ली छोड़ आया? इसके जवाब में मां ने कहा- उसकी पत्नी को अपेंडिक्स की बीमारी है। उसका इलाज दिल्ली से चल रहा है। इस वजह से वह अक्सर ही आती-जाती रहती है। हम उससे बात नहीं करते लेकिन हमारी बेटी की शायद कभी-कभी बातचीत होती है। वह एक-दो दिन में ही वापस लौट आएगी। सचिन का नाम कत्ल केस में आने के बाद पुलिस आई थी? पिता ने कहा- हां, आई थी। पुलिस ने पूछा कि सचिन आपका बेटा है। हमने कह दिया कि हां, हमारा बेटा है। फिर पुलिस ने हमारा नंबर लिया। घर को देखा। थोड़ी बहुत छानबीन की और फिर यहां से चले गए। पिता ने आगे कहा कि सचिन ने जो किया, उसके लिए पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। बाकी हम इस बारे में न तो कुछ कहना चाहते हैं और न ही हमें उसके और हिमानी के रिश्ते के बारे में कुछ पता है। सचिन का एक कमरे का घर, एक बेड-अलमारी सचिन का घर खैरपुर गांव में तालाब वाली गली के सामने है। घर में 2 कमरे और एक किचन है। एक कमरे में माता-पिता, दूसरे में सचिन और उसकी पत्नी रहती है। घर की रसोई में दोनों के अलग-अलग चूल्हे जलते हैं। सचिन के कमरे में एक डबल बेड है और एक अलमारी रखी हुई है। घर करीब 150 गज में बना हुआ है। हिमानी की मां को नहीं भरोसा, बोली- यह हत्या एक साजिश है हिमानी की मां सविता ने फिर पुलिस के दावों पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस मुझे हिमानी की हत्या का असली कारण बताए। पैसे का लेन-देन हत्या का कारण नहीं हो सकता। ऐसा होता तो वह घर से सामान क्यों लेकर गया? आरोपी एक साजिश के तहत उनके घर आया था। आरोपी डेढ़ साल से हिमानी को जानता था, ये सब वह अपने बचाव में बोल रहा है। पुलिस हकीकत छुपा रही है। मैंने अपनी बेटी हिमानी की परवरिश लड़कों जैसे ही की थी। वह बॉयफ्रेंड का कीड़ा नहीं पालती थी। अगर कोई उसके घर आता और आस पड़ोस के लोग पूछते तो वह बता देती थी कि उसका भाई है या दोस्त है, क्योंकि गांव के रिश्तेदार भी आते थे। हिमानी किसी से नहीं डरती थी।

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