Friday, September 5, 2025

अंबाला में नदियों का कहर लगातार जारी:टांगरी-बेगना-मारकंडा उफान पर, हाइवे पर बह रहा पानी; जलभराव से ग्रस्त स्कूलों में आज भी अवकाश

हरियाणा के अंबाला में टांगरी नदी में इस सीजन का सबसे अधिक पानी बुधवार रात आया। जिसके चलते इस बार अंबाला कैंट का इंडस्ट्रियल एरिया भी इसकी चपेट में आ गया है। फिलहाल पानी घट जरूर रहा है, लेकिन अभी भी टांगरी नदी ओवरफ्लो ही बह रही है। जिसके कारण लोग अभी भी डर के साए में जिंदगी बिता रहे हैं। अंबाला कैंट में टांगरी की जद में बसी 20 कॉलोनियों में टांगरी के पानी ने कहर मचाया है। जिसके बाद अभी तक पानी उतरा नहीं है। पानी न उतारने से लोग अभी भी सड़कों पर हैं। अंबाला कैंट का टांगरी से सटा इलाका अभी भी टांगरी की जद में है। वहीं, डीसी ने अंबाला जिले के सभी बारिश और टांगरी नदी के पानी से प्रभावित स्कूलों में अवकाश की घोषणा की है। उन्होंने वीरवार की देर रात यह निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि जो स्कूल बारिश के जलभराव और टांगरी से प्रभावित हैं उनमें शुक्रवार को भी अवकाश रखा जाए। इसके अलावा जिले के अन्य स्कूलों को तय समयानुसार खोलने के निर्देश दिए गए हैं। अन्य नदियां भी उफान पर अंबाला में इस समय टांगरी-मारकंडा और उसकी सहायक नदी बेगना उफान पर चल रहीं हैं। इसकी वजह से बाढ़ का पानी नेशनल हाईवे-344 के ऊपर से बह रहा है। हालांकि अभी थोड़ा पानी कम जरूर हुआ है लेकिन, अभी भी पानी बह रहा है। हाईवे की एक साइड बंद करनी पड़ी है। यह हाईवे पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच कड़ी है। इस वजह से 5 राज्यों के वाहन जाम में फंस रहे हैं। गुरुवार देर रात तक मारकंडा नदी का जलस्तर 35 हजार 248 क्यूसेक बना हुआ है। मुलाना में ब्राह्मण माजरा के पास हाईवे पर खराब हालात हैं। साथ ही अंबाला कैंट के इंडस्ट्रियल एरिया में भी टांगरी का पानी घुसा है और पानी रुड़की हाइवे पर बह रहा है। नेशनल हाईवे-344 पर आया बाढ़ का पानी। बेगना के पानी ने मुलाना क्षेत्र के 9 गांवों में पानी ने मार की है। बेगना का पानी गांव हमीद पुर के पास नेशनल हाईवे-344 पर आया। यहां से पानी ब्राह्मण माजरा और हमीदपुर गांवों में घुस गया। इसके बाद अल्लापुर, हरड़ास रामपुर, नहौनी, गोला, गोली, टमनौली आदि गांवों तक पानी ने मार है। इन गांवों की फसलों नदी के पानी में डूब गई हैं। इससे धान, गन्ने समेत सभी तरह की फसलों को नुकसान होगा। अब किसान बेबस हैं क्योंकि चारों तरफ पानी ही पानी है। यहां देखिए टांगरी ओवरफ्लो होने के PHOTOS… मारकंडा की सहायक नदी है बेगना बेगना हिमाचल के पहाड़ों से निकलती है और मारकंडा की सहायक नदी है। मारकंडा नदी, हिमाचल प्रदेश के शिवालिक की पहाड़ियों (नाहन क्षेत्र) से निकलती है और अंबाला होते हुए हरियाणा में प्रवेश करती है। बेगना मारकंडा नदी के निचले क्षेत्रों से निकलती है और बाद में इसका पानी मुलाना के पास मारकंडा नदी में मिल जाता है। टांगरी के पानी से एक किलोमीटर डूबा हाईवे, जाम लग रहा टांगरी नदी का पानी भी बुधवार देर रात नेशनल हाईवे-344 पर पहुंच गया। चंदपुरा के पार नदी का पानी ओवरफ्लो होकर रामपुर-सरसेहड़ी के पास से होते हुए हाईवे तक पहुंचा। हालांकि हाईवे की ऊंचाई बढ़ाई गई थी, लेकिन नदी का पानी इसके ऊपर तक पहुंच गया। बुधवार रात तक टांगरी में 40 हजार क्यूसेक पानी दर्ज किया गया, जो कई साल का रिकॉर्ड है और इस साल का सर्वाधिक स्तर पर रहा। गुरुवार को दोपहर तक भी नदी का पानी हाईवे के ऊपर से बह रहा था। इस वजह से यहां लंबे जाम की स्थिति बन गई। अंबाला से गुजरती हैं सबसे ज्यादा नदियां शिवालिक की तलहटी पर बसे अंबाला जिले से सबसे अधिक नदियां होकर गुजरती हैं। यहां घग्गर, मारकंडा, टांगरी, बेगना, रूण नदियां हैं। इनके अलावा छोटी बरसाती नदियां बलियाली, अमरी और सूखी सरस्वती की धाराएं भी शामिल हैं। इनमें से मारकंडा, घग्गर व टांगरी बड़ी नदी हैं। बाद में सभी नदियां आगे जाकर घग्गर में मिलकर एक हो जाती हैं।

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