Sunday, August 4, 2024

किसान समूह, पंचायतें व इंडस्ट्रियलिस्ट मिलकर करेंगे पराली प्रबंधन सप्लाई चेन की जाएंगी स्थापित,

कृषि विभाग द्वारा धान की पराली निकालने व एकत्रित करने को लेकर 12 मशीनें चिह्नित की हैं। इसके लिए एक करोड़ और 1.5 करोड़ रुपये के दो प्रोजेक्ट तैयार किए हैं। इन मशीनों पर केंद्र से 65 प्रतिशत तक अनुदान मिलेगा। यदि कोई इंडस्ट्री भी एग्रीगेटर के साथ शामिल होती है तो 25 प्रतिशत तक शेयर इंडस्ट्रीज भी दे सकती है। एक करोड़ का प्रॉजेक्ट लेने वाले एग्रीगेटर को 3 हजार एकड़ एरिया की धान की पराली एकत्रित करनी होगी और 1.5 करोड़ के प्रॉजेक्ट पर 4500 एकड़ पराली का प्रबंधन करना होगा। ऐसा करने से दिवाली के आसपा वातावरण में होने वाले स्मॉग से काफी हद तक मुक्ति मिलेगी। इसके साथ ही पराली प्रबंधन से किसानों को आय को बढ़ाया जा सकेगा। धान की पराली के प्रबंधन के लिए पैडी स्ट्रा सप्लाई चेन की स्थापना की जाएगी। जिसमें किसान, पंचायतें, इंडस्ट्रीज को शामिल किया जाएगा। जिले में अलग-अलग कलस्टर बनाकर धान की पराली को एकत्रित करवाया जाएगा, इनका उपयोग उद्योगों में इंधन के रूप में किया जाएगा।'' -गोपीराम सांगवान, कृषि अभियंता, कृषि विभाग

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