Friday, January 31, 2025

सोनीपत में सीएम फ्लाइंग की बागवानी विभाग पर छापेमार कार्रवाई:5 किसानों के सर्टिफिकेट मिले फर्जी; अधिकारी- किसानों के खिलाफ थाने में शिकायत

हरियाणा के सोनीपत में करनाल की सीएम फ्लाइंग की टीम ने जिला बागवानी विभाग कार्यालय पर छापेमार कार्रवाई की है। टीम ने विभिन्न योजनाओं के तहत पात्र लाभार्थियों को दी गई सब्सिडी में जांच की, जिसमें कई अनियमितताएं सामने आईं। पांच लाभार्थी किसानों के हैक अनुसंधान केंद्र, मुरथल से प्रशिक्षण के उपरांत मिलने वाले सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए हैं। मामले में पुलिस को शिकायत दी गई है और पुलिस मामले में जांच कर रही है। पाए गए फर्जी सर्टिफिकेट जानकारी के मुताबिक किसानों को मशरूम की खेती के लिए ट्रेनिंग के उपरांत सर्टिफिकेट दिए जाते हैं। जांच में पाया गया कि पांच लाभार्थी किसानों के हैक अनुसंधान केंद्र, मुरथल से प्रशिक्षण लेने की पुष्टि नहीं हो सकी। केंद्र की ओर से 30 जनवरी को भेजी गई रिपोर्ट में बताया गया कि केवल नवीन पुत्र जयपाल और सुरेन्द्र पुत्र नंदूराम ने 15 से 19 नवंबर, 2022 तक प्रशिक्षण लिया था, जबकि अन्य किसानों में संदीप कुमार पुत्र शेरसिंह, विकास पुत्र दयानंद, भगत सिंह पुत्र ओमप्रकाश, सुमित पुत्र भीम सिंह, सतेन्द्र पुत्र हरिसिंह, नवीन पुत्र जयपाल व सुरेन्द्र पुत्र नंदूराम भटगांव के प्रशिक्षण की कोई पुष्टि नहीं हुई। संबंधित ट्रेनिंग सेंटर से चेक करवाया गया तो केवल दो किसान के ही सर्टिफिकेट सही पाए हैं, बाकी 5 किसानों के सर्टिफिकेट फर्जी पाए हैं। बाकी पांच किसानों का सर्टिफिकेट का कोई भी रिकॉर्ड नहीं पाया है।जांच के दौरान पाया कि अनुसूचित जाति सब प्लान स्कीम के तहत विभाग को 2024-25 के दौरान 2500 ट्रे पर अनुदान राशि देने का लक्ष्य मिला था। स्कीम के तहत सात आवेदन प्राप्त हुए है। इस समय तक सात हट व 700 ट्रे पर सब्सिडी की राशि दी गई है। खेत में पहुंचकर टीम करेगी जांच जानकारी के मुताबिक सोनीपत के बागवानी विभाग के अंतर्गत मशरूम की खेती करने वाले किसानों जो सब्सिडी ले रहे हैं। उनके खेतों की भी जाकर जांच की जाएगी और चेक किया जाएगा की खेत में मशरूम की खेती हो रही है या नहीं। क्योंकि फर्जी सर्टिफिकेट पाए जाने के बाद सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। पांच किसानों पर भी गिर सकती है गाज किसानों में संदीप कुमार पुत्र शेरसिंह, विकास पुत्र दयानंद, भगत सिंह पुत्र ओमप्रकाश, सुमित पुत्र भीम सिंह, सितेन्द्र पुत्र हरीसिंह, नवीन पुत्र जयपाल व सुरेन्द्र पुत्र नन्दुराम भटगांव शामिल हैं। सभी की प्रशिक्षण की जांच मशरूम अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र, मुरथल से कराई गई। केंद्र की तरफ से 30 जनवरी को पत्र व्यवहार किया गया। केंद्र ने बताया कि किसान नवीन पुत्र जयपाल और सुरेन्द्र पुत्र नन्दु राम ने 15 से 19 नवंबर, 2022 को प्रशिक्षण प्राप्त किया है। योजनाओं की जांच में सामने आए तथ्य 1. अनुसूचित जाति सब प्लान स्कीम: 2024-25 में इस योजना के तहत 2500 ट्रे पर अनुदान देने का लक्ष्य था। अब तक 7 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 700 ट्रे और 7 हट पर सब्सिडी दी गई है। 2. पाइपलाइन दबाने की योजना: 2024-25 में 143986 वर्ग मीटर क्षेत्र पर सब्सिडी देने का लक्ष्य था। 15 आवेदन स्वीकृत किए गए, और अब तक 80759 वर्ग मीटर क्षेत्र पर अनुदान राशि स्वीकृत हो चुकी है। टीम ने इस योजना के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता जताई। 3. बम्बू स्टेकिंग स्कीम: 2024-25 के लिए 20 हेक्टेयर क्षेत्र पर सब्सिडी देने का लक्ष्य था। अब तक 40 आवेदन प्राप्त हुए, और 19.511 हेक्टेयर क्षेत्र का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने इन सभी अनियमितताओं की रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय भेज दी है, जिसके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।

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