Saturday, June 22, 2024

हरियाणा कांग्रेस में भगदड़ के बीच हुडा का डेमेज कंट्रोल:सोनीपत में शर्मा का हाथ पकड़कर हुड्डा ने दिलाई कसम, देसी लहजे में बोले हुड्डा-छौड़कै ना जाईये पंडत जी

हरियाणा कांग्रेस में मची भगदड़ और उथल-पुथल के बीच पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा डैमेज कंट्रोल करने में जुटे हुए है। विदेश से लौटे पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा को हुड्डा ने न सिर्फ मनाया, बल्कि सोनीपत की भरी सभा में हाथ मिलाकर कसम तक दिलवा दी कि वे कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे। जिस पर कुलदीप शर्मा ने भी पूरे प्रकरण को कवरअप करते हुए कहा कि वे दुनिया से तो जा सकते है लेकिन कांग्रेस से चले जाए, ऐसा कभी सोच भी नहीं सकते। उन्होंने यहां तक कह दिया कि हुड्डा कांग्रेस छोड़कर जा सकते है लेकिन मैं नहीं। कांग्रेस के अंतर्कलह में गई SRK गुट की मेन धुरी हरियाणा कांग्रेस में अंदरूनी मतभेद और असंतोष के बादल मंडरा रहे हैं। हरियाणा में कांग्रेस लोकसभा की पांच सीटों पर काबिज हो गई, लेकिन कांग्रेस का अंतर्कलह SRK गुट की एक मेन धुरी को खो गया। कांग्रेस से नाराज तोशाम से विधायक किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी ने कांग्रेस छोड़ी तो कुलदीप शर्मा की नाराजगी और कांग्रेस को छोड़ने की चर्चाओं ने जन्म ले लिया। क्योंकि कुलदीप शर्मा भी करनाल लोकसभा से चुनाव लड़ना चाहते थे, पहले शर्मा ने अपने बेटे चाणक्य के लिए टिकट मांगा था लेकिन चाणक्य का टिकट कटा तो कुलदीप ने अपने लिए टिकट मांगा, न तो बाप को टिकट मिला और न ही बेटे को। जिससे कुलदीप शर्मा नाराज नजर आ रहे थे और यही वजह मानी जा रही थी कि उन्होंने करनाल से कांग्रेस के प्रत्याशी दिव्यांशु बुद्धिराजा के लिए प्रचार नहीं किया और न ही कार्यक्रमों में दिखाई दिए। भाजण की कोशिश मत करिए पंडत जी कुलदीप शर्मा विदेश में थे और 20 जून को ही वापिस लौटे थे और आते ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने डैमेज कंट्रोल करने के लिए कुलदीप शर्मा को मनाया। सोनीपत में कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान हुड्डा ने कुलदीप शर्मा को कहा कि बात सुनलै पंडत जी, हामनै तै जिसका हाथ पकड़यां छोड़या नी, अर जै तू छूड़ाना चाहवैगा तब भी नहीं छोडूंगा तन्नै, भाजण की कोशिश मत करिए भाई। हुड्डा के इस ब्यान में कही न कही बेबसी-सी नजर आती है, कहीं किरण चौधरी की तरह कुलदीप शर्मा भी पार्टी छोड़कर न चले जाए। कांग्रेस छोड़ दूं, ऐसी गलतफहमी न पाले हालांकि कुलदीप शर्मा ने अपने बयान से यह स्पष्ट कर दिया है कि वे पार्टी छोड़कर नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं विदेश में था और पीछे से अफवाहें फैल गई। जो कल कांग्रेस में शामिल हुए है वे मुझे कांग्रेस से भेजने के ख्वाब देख रहे है। ऐसे लोगों को थोड़ी शांति और नरमी बरतने की जरूरत है। मैं इस दुनिया से तो जा सकता हूं, लेकिन मैं कांग्रेस छोड़कर चला जाऊंगा, यह गलतफहमी कोई न पाले। भूपेंद्र सिंह हुड्डा मेरे मित्र है और मेरे बड़े भाई है। अगर कांग्रेस छोड़ेंगे तो हुड्डा छोड़ेंगे, मैं छोड़ने वाला नहीं हूं। जानिए कुलदीप शर्मा का राजनीतिक सफर कुलदीप शर्मा के राजनीतिक सफर की शुरूआत के पीछे 4 बार सांसद रहे उनके पिता चिरंजीलाल की अहम भूमिका मानी जाती है। कुलदीप ने 2009 में गन्नौर से अपना पहला विधानसभा चुनाव जीता और हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष नियुक्त हुए थे। कुलदीप शर्मा हरियाणा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके है। 2014 में भी कुलदीप शर्मा ने चुनाव जीता था। कांग्रेस में असंतोष, कहीं विधानसभा न हरा दे ऐसे में कांग्रेस में बढ़ती इन असंतोषजनक आवाजों के बीच हुड्डा का यह कदम पार्टी की एकजुटता बनाए रखने की कोशिश का हिस्सा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि हुड्डा को इस बात का डर सता रहा है कि अगर कुलदीप शर्मा भी पार्टी छोड़ देते हैं, तो कांग्रेस के लिए यह एक और बड़ा झटका होगा, वो अब डैमेज कंट्रोल कर रहे है। कांग्रेस नेताओं के अंतर्कलह ने ही करनाल लोकसभा और विधानसभा सीटों को खोया है, क्योंकि कांग्रेस नेता ही आरोप लगा चुके है कि स्थानीय नेताओं ने पीठ में छूरा भौंका और चुनाव हारे। ऐसे में अगर विधानसभा चुनावों में टिकट बंटवारे के कारण नेताओं की नाराजगी सामने आती है तो कांग्रेस के लिए विधानसभा हरियाणा जीतना आसान नहीं होगा।

from हरियाणा | दैनिक भास्कर https://ift.tt/FXqLa96

No comments:

Post a Comment

हिसार में बागवानी इंटर क्रॉपिंग से 20 लाख की कमाई:सुरेंद्र को मिल चुके कई अवॉर्ड; अमरूद के साथ चीकू, मौसमी संग नींबू की पैदावार

हिसार जिले के दौलतपुर गांव के किसान सुरेंद्र श्योराण ने बागवानी में इंटर क्रॉपिंग यानी मिश्रित फसलों के जरिए नई मिसाल कायम की है। पारंपरिक ख...