Sunday, June 2, 2024

सरकारी ब्लड बैंक में खून की कमी...बी-पॉजिटिव की 4, ए और एबी नेगेटिव की सिर्फ 5 यूनिट बची

भीषण गर्मी और हीट वेव के कारण नागरिक अस्पताल के सरकारी ब्लड बैंक में अचानक रक्त की कमी आ गई है। अस्पताल के ब्लड बैंक में इस समय 63 यूनिट ही पीआरबीसी का स्टोरेज है। होल ब्लड तो किसी भी ग्रुप का नहीं है। इसके अलावा पीआरबीसी (पैक्ड रेड ब्लड सेल्स) में भी ए पॉजिटिव ब्लड ग्रुप खत्म है। बी पॉजिटिव की भी 4 यूनिट ही बाकी है। दरअसल, रक्तदान शिविर नहीं लगने के कारण यह समस्या आई है। जिले में 15 दिन से कोई रक्तदान कैंप नहीं लगा है, जिससे सरकारी ब्लड बैंक में रक्त पहुंच सके। ऐसे में अगर कुछ दिन और कैंप नहीं लगे तो अस्पताल में आने वाले दिनों में रक्त के लिए बड़ी समस्या हो सकती है। भीषण गर्मी व हीट वेव के दौरान समाजसेवी भी ब्लड कैंप लगाने का रिस्क नहीं उठा रहे हैं। क्योंकि इस मौसम में ब्लड कैंप के लिए लिए बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए। अगर अच्छी व्यवस्था न हो तो ब्लड कैंप के दौरान गर्मी में डिहाइड्रेशन होने का खतरा रहता है। इसलिए ब्लड बैंक की ओर से भी पूरी व्यवस्था करने के बाद ही कैंप लगाने की परमिशन दी जाती है। इधर, अब एक ब्लड डोनर ग्रुप की ओर से कैंप लगाने की तैयारी है। ओ- पॉजिटिव व बी पॉजिटिव ब्लड की सबसे ज्यादा डिमांड : ब्लड बैंक में सर्वाधिक डिमांड ओ पॉजिटिव व बी पॉजिटिव ब्लड की होती है। यह ही ब्लड सर्वाधिक आता है और ये ही इश्यू भी ज्यादा होता है। लेकिन इसमें भी अब सिविल के ब्लड बैंक में बी पॉजिटिव ब्लड केवल 4 यूनिट ही बाकी है। ए पॉजिटिव ब्लड ग्रुप की डिमांड है, लेकिन इसमें न तो होल ब्लड और न ही पीआरबीसी है। इसलिए दिन में एक-दो लोगों को बिना मिले भी वापिस लौटना पड़ रहा है। डॉक्टर की अपील...रक्तदान को आगे आएं स्वस्थ युवा ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. संदीप यादव ने अपील करते हुए कहा कि 15 मई को कैंप लगा था। इसके बाद अब तक कोई कैंप नहीं लगा है। इस मौसम में कैंप कम लगते हैं, इसलिए ब्लड की शॉर्टेज पड़ जाती है। कई ब्लड डोनर ग्रुप से अपील की है कि वे आगे आएं और इस समय बाहर कैंप नहीं लगा तो वे सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक पहुंचकर डोनेट कर सकते हैं। सिविल अस्पताल में जो पीड़ित भर्ती है और ब्लड की जरूरत है तो उसे निशुल्क चढ़ता है। जबकि निजी अस्पताल में भर्ती है और उसे ब्लड की जरूरत है तो उनको 1100 रुपए प्रति यूनिट देने होंगे। साथ ही डोनर है तो वे डोनेट भी कर सकते हैं। स्वेच्छा से रक्त देने वाले डोनर भी नहीं आ रहे नागरिक अस्पताल के ब्लड बैंक में गर्मी के मौसम से पहले हर दिन कई लोग अपने जन्म दिन या अन्य शुभ अवसरों पर ब्लड डोनेट करने पहुंचते थे, लेकिन अब गर्मी में यह संख्या घट गई है। अब एक-दो लोग ही स्वेच्छा से ब्लड डोनेट करने पहुंच रहे हैं। क्योंकि गर्मी में तबीयत बिगड़ने का खतरा ज्यादा रहता है। इसलिए ही संख्या घटी है। पूरे जून माह में ऐसा ही हाल रहता है। ब्लड बैंक में इस समय होल ब्लड किसी भी ग्रुप का नहीं है। बता दें कि एक यूनिट होल ब्लड से कंपोनेंट्स को अलग कर प्लेटलेट्स, आरबीसी और प्लाज्मा बनाई जा सकती है। इस तरह एक यूनिट ब्लड तीन लोगों के काम आ सकता है। यह सुविधा जिले की सिविल अस्पताल में उपलब्ध है। लेकिन यहां ब्लड कंपोनेंट चढ़ाई भी जा सकती है। पैक्ड लाल रक्त कोशिकाओं (पीआरबीसी) के रूप में भी जाना जाता है, जो पूरे रक्त से प्लाज्मा निकालकर तैयार की जाती है। ^डॉ. संदीप यादव के अनुसार नागरिक अस्पताल में कार्यरत एलटी की ब्लड बैंक में भी ड्यूटी लगेगी। हरियाणा स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल की तरफ से इस बारे में पत्र जारी किया गया है कि सभी एलटी को ब्लड बैंक में काम आना चाहिए। ताकि कोई इमरजेंसी रहे तो हर कोई उसमें काम कर सके। इसलिए अब सभी की शेड्यूल अनुसार ड्यूटी लगेगी। B+ 4 यूनिट O+ 31 यूनिट AB+ 20 यूनिट AB- 3 यूनिट A- 2 यूनिट

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