Wednesday, April 24, 2024

हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवारों की लिस्ट लटकने का असर:सिर्फ 2 नेता कर रहे प्रचार; बाकी दावेदार घर बैठ कर रहे टिकट का इंतजार

हरियाणा में कांग्रेस के उम्मीदवारों की घोषणा न करने का असर दिखने लगा है। कांग्रेस राज्य में 9 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। एक कुरूक्षेत्र सीट I.N.D.I.A. ब्लॉक के तहत AAP को दी गई है। 9 सीटों में से सिर्फ 2 ही सीटों पर कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार प्रचार कर रहे हैं। इनमें दीपेंद्र हुड्‌डा और कुमारी सैलजा शामिल हैं। दीपेंद्र हुड्‌डा के रोहतक सीट से चुनाव लड़ने की संभावना है। वहीं सैलजा की सिरसा सीट से टिकट तय मानी जा रही है लेकिन अंबाला से भी उनकी दावेदारी है। बाकी 7 सीटों पर नेता घर बैठकर टिकट की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं। उन्हें अभी भी टेंशन है कि उनके आका टिकट दिला पाएंगे या नहीं, इसी वजह से वह अभी प्रचार में मेहनत और रुपया खर्च करने से बच रहे हैं। हरियाणा में लोकसभा चुनाव के लिए 29 अप्रैल से नामांकन शुरू होने हैं। ऐसे में कांग्रेस के पास अब महज 5 ही दिन का वक्त बचा है। गुटबाजी की वजह से लटकी कांग्रेस की टिकटें हरियाणा कांग्रेस में अभी 2 गुट चल रहे हैं। इनमें एक गुट पूर्व CM भूपेंद्र हुड्‌डा का है। जिनकी प्रधान उदयभान के जरिए संगठन पर भी पकड़ है। दूसरा ग्रुप कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला का है। हुड्‌डा ग्रुप ने संगठन के जरिए जो नाम भेजे, उनसे सैलजा-सुरजेवाला सहमत नहीं हुए। इसी वजह से टिकटों में शुरूआती दौर में पेंच फंसा। यहां से शुरू हुआ टिकटों का विवाद कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पूर्व CM भूपेंद्र हुड्‌डा ने भिवानी-महेंद्रगढ़ से राव दान सिंह और गुरुग्राम से राज बब्बर को कैंडिडेट बनाने का प्रस्ताव दिया। हालांकि सैलजा-सुरजेवाला ने इसका विरोध किया। उन्होंने भिवानी-महेंद्रगढ़ से उनके ग्रुप की विधायक किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को टिकट देने के लिए कहा। गुरुग्राम में भी राज बब्बर की जगह कैप्टन अजय यादव की पैरवी की। इन 2 सीटों से शुरू हुआ कांग्रेस का झगड़ा अब 7 सीटों तक पहुंच चुका है। सब कमेटी भी मामला नहीं सुलझा पाई हुड्‌डा और सैलजा-सुरजेवाला के बीच टिकट को लेकर असहमति देख सोनिया गांधी के कहने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सब कमेटी बनाई। जिसमें केसी वेणुगोपाल, मधुसूदन मिस्त्री और सलमान खुर्शीद को रखा गया। इस कमेटी ने मीटिंग बुलाई लेकिन सैलजा-सुरजेवाला उसमें नहीं गए। जिसके बाद उन्होंने रिपोर्ट खड़गे को सौंपी लेकिन अंतिम फैसला फिर भी नहीं हो पाया। 10 दिन में 3 मीटिंग, अब राहुल गांधी की एंट्री टिकटों के बंटवारे के लिए कांग्रेस चुनाव समिति की 10 दिन में 3 मीटिंग हो चुकी हैं। जिसके बाद 13 लिस्ट जारी हो चुकी हैं लेकिन हरियाणा की टिकटें फंसी हुई हैं। कांग्रेस को डर है कि एक ग्रुप की बात न मानी तो दूसरा नाराज हो सकता है और इससे कांग्रेस को नुकसान होने की संभावना है। इसे देखते हुए अब टिकट बंटवारे में राहुल गांधी की एंट्री हो गई है। राहुल गांधी के फैसले पर दोनों ग्रुपों के सहमत होने के आसार हैं। इसलिए अब वही अंतिम फैसला लेंगे। 3 सीटों पर ज्यादा असमंजस कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक 3 सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर ज्यादा असमंजस है। रोहतक सीट से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्‌डा की टिकट फाइनल है लेकिन पार्टी का एक ग्रुप चाहता है कि भूपेंद्र हुड्‌डा यहां से चुनाव लड़ें। इसकी वजह दीपेंद्र के लोकसभा चुनाव जीतने की सूरत में राज्यसभा सीट भाजपा के खाते में जाने की संभावना है। कांग्रेस भूपेंद्र हुड्‌डा की पत्नी आशा हुड्‌डा को लेकर भी चर्चा कर रही है। यही वजह है कि दीपेंद्र की दावेदारी सबसे मजबूत होने के बावजूद उनके नाम का ऐलान नहीं किया जा रहा। वहीं भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर भी विवाद की स्थिति बनी हुई है। इसकी वजह यह है कि यहां से कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला और कुमारी सैलजा श्रुति चौधरी की पैरवी कर रहे हैं, जबकि हुड्‌डा विधायक राव दान सिंह को लड़ाने के पक्षधर हैं। हुड्‌डा श्रुति के यहां से चुनाव हारने का तर्क दे रहे हैं। कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर गुरुग्राम में हालात अच्छे नहीं हैं। इस सीट पर फिल्म अभिनेता राज बब्बर का नाम सबसे आगे चल रहा है। पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्‌डा भी फिल्म अभिनेता के पक्ष में हैं, लेकिन लालू यादव के समधी कैप्टन अजय यादव भी यहां से टिकट की मांग कर रहे हैं। उनकी टिकट को लेकर लालू यादव भी सोनिया गांधी से सिफारिश कर चुके हैं।

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