करनाल सहित हरियाणा के कई जिलों में गुरुवार देर शाम आई आंधी-तूफान व बरसात में लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। एक तरफ जहां नेशनल हाईवे मधुबन के पास स्थित एक बड़ी कार एजेंसी की दीवार गिरने से कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त होने से एजेंसी मालिक को करोड़ों का नुकसान हुआ है। वहीं दूसरी तरफ देर रात को हुई तेज बरसात के कारण किसानों की परेशानी बढ़ा दी। खेतों में पक कर तैयार खड़ी गेहूं की फसल और मंडियों में रखी फसल दोनों ही बारिश में भीग गईं। मंडियों में तिरपाल जैसी किसी भी तरह की व्यवस्था न होने के कारण हजारों क्विंटल गेहूं खुले आसमान के नीचे पड़ी रही। मंडियों में नहीं दिखी कोई तैयारी मंडी में पहुंचे किसानों राममेहर ने बताया कि पिछले कई दिनों से मौसम खराब चल रहा है, लेकिन प्रशासन की तरफ से अब तक कोई तैयारी नहीं की गई है। ना तो तिरपाल है और ना ही अनाज को बचाने का कोई इंतजाम। किसान अपनी फसल को मंडी में बेचने के लिए लेकर आए थे, लेकिन वह खुले में पड़ी रह गई और बारिश में पूरी तरह से भीग गई। मजदूरों ने भी जताई नाराजगी मंडी में काम करने वाले रामपाल, सतपाल, किशोर व बानू मजदूर ने कहा कि प्रशासन को पहले से मौसम की जानकारी थी, लेकिन कोई इंतजाम नहीं किए गए। उन्होंने बताया कि जैसे ही बारिश शुरू हुई, किसान और मजदूर दोनों ही भागकर अपने-अपने अनाज को बचाने की कोशिश करने लगे, लेकिन तेज आंधी और बारिश के कारण कुछ भी संभाल नहीं पाए। किसानों को बड़ा नुकसान होने की आशंका किसानों ने बताया कि गेहूं की फसल इस समय पूरी तरह से तैयार है और कुछ किसानों ने कटाई के बाद फसल को मंडियों में डाल दिया था। मंडी में तिरपाल या गोदाम जैसी सुविधा न होने की वजह से बारिश में सारा अनाज भीग गया। किसानों का कहना है कि अब इस गेहूं को सरकार खरीदेगी भी या नहीं, इसको लेकर भी संशय है। प्रशासन पर उठे सवाल किसानों और मजदूरों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि हर साल इस समय बारिश आती है, लेकिन इसके बावजूद मंडियों में कोई स्थायी इंतजाम नहीं किए जाते। ऐसे में बे-मौसमी बारिश किसानों के लिए दोहरी मार बन जाती है—एक तरफ मेहनत से उगाई फसल तैयार होती है, दूसरी तरफ मंडी में कोई सुरक्षा नहीं होती। लोगों ने की स्थायी व्यवस्था की मांग किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि मंडियों में तिरपाल, शेड और अनाज को ढकने के लिए स्थायी व्यवस्था की जाए, ताकि हर साल फसल को इस तरह नुकसान न हो। मजदूरों ने भी कहा कि अगर बारिश की जानकारी पहले से हो, तो मजदूरों को भी समय से काम करने की योजना बनानी पड़ती है, लेकिन जब व्यवस्था ही नहीं हो तो नुकसान रोकना मुश्किल हो जाता है।
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Saturday, April 12, 2025
Friday, April 11, 2025
नूंह में सरसों की बिना फीस जमाखोरी:गोदामों में किया स्टॉक, तेल मीलों को मिल रहा लाभ,सरकार को रोजाना लाखों का चूना
हरियाणा के नूंह जिले की सबसे बड़ी पुन्हाना अनाज मंडी में सरसों की खरीद में मार्केट फीस की चोरी की जा रही है। मंडी में फसल लेकर पहुंच रहे किसानों की आधी फसल का गेट पास की पर्ची दी जा रही है। जबकि आधी फसल को मंडी में बैठे आढ़ती अपने अपने गोदामों मे भरने लगे है,ताकि सरसों के भाव में उछाल आने पर उसे भारी मुनाफे पर बेचा जा सके। फीस की चोरी ना हो इसको लेकर किसी भी अधिकारी ने मंडी का कोई दौरा नहीं किया है। वहीं स्थानीय गुप्तचर विभाग अंजान बना हुआ है । गौरतलब है कि पुन्हाना अनाज मंडी से पिछले हर सीजन के दौरान ऐसे घोटालों के मामले सामने आ चुके है, जिनमें तेल मीलों और गोदामों पर बड़ी छापेमारी कर लाखों रुपए का जुर्माना लगाया गया था। लेकिन इस सीजन में फिर एक बार जमाखोर सक्रिय हो गए है। हालांकि अब सरसों के साथ-साथ गेहूं की भी जमाखोरी शुरू हो गई है। पुन्हाना अनाज मंडी में राजस्थान,यूपी तक के लोग फसल बेचने आते है पुन्हाना अनाज मंडी जिले की सबसे बड़ी मंडियों में से एक है। यहां न केवल स्थानीय किसान मंडी में अपनी फसल को लेकर आते है बल्कि पास लगते राजस्थान व उत्तर प्रदेश के किसान भी अपनी फसल को यहां बेचकर जाते है। अधिक मात्रा में फसल आवक के कारण मंडी के अधिकारी व व्यापारी मार्केट फीस की चोरी करने के साथ–साथ जीएसटी की चोरी करने से नहीं चूकते। पुन्हाना में कई जगह व्यापारियों ने अपने गोदामों में सरसों भरी हुई है, जिसके बारे में मार्केट कमेटी के अधिकारियों को पूरी जानकारी है। यही नहीं खुफिया विभाग भी व्यापारियों के गोदामों को लेकर अनजान बना हुआ है। स्थानीय लोगों के मुताबिक किसानों के खेतों से सीधी फसल खरीद कर मंडी के व्यापारी मार्केट कमेटी फीस व टैक्स चोरी कर बिना किसी भय के सरसों की कालाबाजारी करने व सीधी तेल मिलों में बेचकर मोटी कमाई कर रहे है। तेल मील मालिक भी फसल को सीधा खरीद कर टैक्स चोरी करने में लगे हुए है। पुरानी सरसों की फसल सरकार को बेची,नई फसल गोदामों में स्टॉक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अनाज मंडी के व्यापारियों द्वारा पहले से गोदामों में भरी हुई सरसों की पुरानी फसल को सरकार को बेचा गया है। जबकि किसानों की नई सरसों की फसल को अपने गोदामों में स्टॉक किया गया है। अगर समय रहते ऐसे गोदामों की जांच हो जाए तो पूरा घोटाला सामने आ सकता है। वर्ष 2022–23 और 2024 में भी ऐसे घोटाले के मामले सामने आ चुके है। जिसमें मार्केट बोर्ड के अधिकारियों द्वारा तेल मीलों और व्यापारियों पर न केवल भारी भरकम जुर्माना लगाया गया था,बल्कि सचिव को भी निलंबित कर दिया गया था। फिलहाल व्यापारियों ने जामालगढ़ रोड़, पुन्हाना होडल रोड़, बास दल्ला रोड, अनाज मंडी सहित कई गोदामों में सरसों का स्टॉक किया हुआ है। कुछ दिन बाद यहां गेहूं का स्टॉक भी किया जाएगा। 2023 में आठ व्यापारियों पर रिकॉर्ड से अधिक माल मिलने पर लगाया था जुर्माना वर्ष 2023 में तत्कालीन मार्केटिंग बोर्ड की जोनल प्रशासन गुरुग्राम द्वारा पुन्हाना अनाज मंडी में छापेमारी की। छापेमारी में मंडी में करीब आठ व्यापारियों के गोदामों की जांच की गई। जांच के समय व्यापारियों से उनका स्टॉक सहित अन्य रिकॉर्ड भी ले लिया गया। मंडी के बाद टीम पुन्हाना होडल-नगीना रोड पर मंगला ईंट भट्ठा पर बने गोदाम पर पहुंची थी। जहां पर बड़ी मात्रा में व्यापारियों का गेहूं और सरसों का माल लगा हुआ पाया गया था। रिकॉर्ड से अधिक माल पाने और फीस चोरी पाए जाने पर करीब डेढ़ लाख रुपये की जुर्माना राशि लगाई गई थी।
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करनाल में चोरी के बाद आरोपी को पकड़ा:वारदात के बाद चाकू लेकर घुमा रहा था, गोगड़ीपुर फाटक के पास शोरूम में की थी वारदात
हरियाणा में करनाल के गोगड़ीपुर फाटक के पास एक शोरूम में हुई चोरी के आरोपी को दुकानदारों ने वीरवार देर रात को उसी इलाके में सड़क पर घूमते हुए देख लिया। फुटेज के आधार पर पहचानते ही दुकानदारों ने बिना देर किए उसे काबू कर लिया और तुरंत पुलिस को सूचित किया। सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया। आरोपी ने कहा - “शर्म तो बहुत आती है, लेकिन करें भी क्या? पुलिस मामले की जांच कर रही है। चोरी की वारदात कबूली, चाकू भी मिला आरोपी के पास पुलिस ने जब आरोपी से पूछताछ की तो उसने वारदात कबूल कर ली। आरोपी ने बताया कि वह प्रेम नगर, करनाल का रहने वाला है और अपना नाम रवि बता रहा है। रवि के पास से पुलिस ने एक धारदार चाकू भी बरामद किया है। पूछने पर रवि ने कहा कि उसने यह चाकू 10 रुपए में दुकान से खरीदा था और सब्जी काटने के लिए घर ले जा रहा था। साथी ने शीशा तोड़ा, उसने अंदर घुसकर बैग भरवाए पूछताछ में रवि ने खुलासा किया कि उसे एक लड़का मिला था जिसने चोरी का प्लान बताया। उसी ने शोरूम का शीशा तोड़ा और अंदर घुसा। कुछ देर बाद उसने रवि को भी अंदर बुला लिया। रवि का कहना है कि उसने केवल थैले भरवाने में मदद की, लेकिन कोई थैला लेकर नहीं गया। उसका दावा है कि उसका साथी स्मैक पीकर आया था और उसने खुद शराब पी रखी थी। आरोपी ने कहा - “शर्म तो बहुत आती है, लेकिन करें भी क्या?” रवि ने बताया कि वह नशे का आदी है और पहले भी नशे में गलती से एक चोरी की वारदात कर चुका है। वह साढ़े तीन महीने की जेल भी काट चुका है। उसने कहा कि शर्म तो बहुत आती है, लेकिन अब करें भी क्या? 15 साल बाद यह कदम उठाया है। उसने यह भी कहा कि इस बार शीशा उसने नहीं, बल्कि उसके साथी ने तोड़ा था। कैसे दी गई थी वारदात को अंजाम गुरुवार सुबह गोगड़ीपुर रोड पर स्थित एक शोरूम में चोरी की वारदात हुई थी। एक युवक ने सामने से शीशा तोड़कर अंदर घुसपैठ की और करीब एक घंटे तक शोरूम के अंदर ही रहा। इस दौरान उसने शोरूम में रखे जूते और कपड़े निकालकर बैग में भरे। आधे से ज्यादा सामान को शोरूम की बगल की छत पर फेंक दिया ताकि बाद में लौटकर उसे उठा सके। कुछ सामान वह अपने साथ ले गया। पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई थी। चोरी गए सामान की कीमत लाखों में बताई जा रही है। पुलिस ने शुरू की गहन जांच, साथी की तलाश जारी सदर थाना के एसआई बलवान सिंह ने बताया कि आरोपी को गिरड़े वाले पीर के पास से पकड़ा गया। आरोपी के पास चाकू भी मिला है। आरोपी को थाने लाकर पूछताछ की जा रही है। कोर्ट में पेश कर रिमांड लिया जाएगा ताकि उसके दूसरे साथी की पहचान कर उसे भी गिरफ्तार किया जा सके। पुलिस का कहना है कि इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।
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Thursday, April 10, 2025
हरियाणा में आज से बदलेगा मौसम:बारिश की संभावना; 8 शहरों का तापमान 40 डिग्री पार, सबसे गर्म रहा हिसार
हरियाणा के मौसम में बदलाव शुरू हो गया है। जिसके तहत बुधवार को नारनौल क्षेत्र के गांवों में ओलावृष्टि हुई। जिसका असर मौसम पर भी देखने को मिला। मौसम विभाग के अनुसार बादल छाए रहने के साथ-साथ कुछ एरिया में बूंदाबांदी होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को प्रदेश का सबसे गर्म जिला हिसार रहा। जहां का तापमान 42.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं बुधवार को हरियाणा के अधिकतम तापमान में 0.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई। साथ ही प्रदेश का तापमान सामान्य से 5.9 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। 14 अप्रैल तक मौसम परिवर्तनशील मौसम वैज्ञानिक मदनलाल खिचाड़ ने कहा कि पिछले 3-4 दिनों से पूर्वी हवाएं चल रही हैं। लेकिन तापमान लगातार बढ़ रहा है। जो पहले तापमान 36 डिग्री सेल्सियस था, अब वह 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। लगातार तापमान में बढ़ोतरी हुई है। जो तापमान 10-15 अप्रैल के बीच तापमान होता है, वह 4-5 दिन पहले ही आ गया। इसका मुख्य कारण यही था कि सूर्य की किरण सीधी धरती पर आ रही हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता नहीं थी और बादलवाई भी नहीं थी। लेकिन एक पश्चिमि विक्षोभ 9 अप्रैल रात्रि से सक्रिय होगा। जिससे बादलवाई और बूंदाबांदी होगी। जब पश्चिमी विक्षोभ पास करेगा और हवा में बदलाव आएगा। उत्तरी और उत्तर पश्चिमी हवाएं होंगी, जो पहाड़ों की तरफ से चलेंगी। जिससे 3-4 डिग्री तापमान में गिरावट की संभावना है। वहीं 14 अप्रैल के बाद तापमान में फिर बढ़ोतरी होगी। हीटवेव से बरते सावधानी भिवानी के सीएमओ डॉ. रघुवीर शांडिल्य ने बताया कि लू से बचने के लिए सबसे मुख्य यही है, कि शरीर में पानी की कमी ना होने दें। वहीं गर्मी में बाहर ना निकलें, खासकर दोपहर के समय। क्योंकि लू की चपेट में आने से स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। लू लगने के लक्षण लू से बचाव 24 घंटे में बदला तापमान प्रदेश के जिलों में बीते 24 घंटे के दौरान अधिकतम तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। अधिकतम तापमान में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी चंडीगढ़ में 1.6 डिग्री की बढ़ोतरी हुई। जिसके बाद चंडीगढ़ का तापमान 38.7 पहुंच गया। वहीं सबसे ज्यादा गिरावट सिरसा के कैनाल कॉलोनी विलेज ओटू में 1.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज की। जिसके बाद अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया।
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Wednesday, April 9, 2025
झज्जर के मुक्केबाज ने वर्ल्ड कप में रचा इतिहास:स्वर्ण पदक जीतने वाला देश का पहला खिलाड़ी, वजन कम करने के लिए भेजा था अकादमी
हरियाणा के झज्जर जिले के गांव जहांगीरपुर का बेटा हितेश गुलिया राष्ट्रीय चैंपियन के बाद वर्ल्ड चैंपियन में खिताब जीतने वाला पहला खिलाड़ी बन गया है। हितेश ने ब्राजील में आयोजित वर्ल्ड कप मुक्के बाजी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता है। हितेश के सम्मान में गांव जहांगीरपुर में पंचायत की ओर से समारोह का आयोजन किया जा रहा है। ब्राजील के फोज डू इगुआक् में हाल ही में आयोजित हुई विश्व मुक्केबाजी प्रतियोगिता में झज्जर के गांव जहांगीरपुर के हितेश गुलिया ने स्वर्ण पदक जीतकर प्रदेश व देश का नाम रोशन किया है। हितेश की जीत की खुशी में उसका स्वागत करने के लिए उसका परिवार और गांव के लोग बड़ी ही बेसब्री से हितेश के आगमन का इंतजार कर रहे हैं। गांव में होगा भव्य स्वागत हितेश का गांव की तरफ से बड़ी ही शान और शौकत से स्वागत किया जाएगा। इसके लिए गांव में एक पंचायत भी हो चुकी है। हितेश के पिता ने बताया कि उन्होंने बताया कि हितेश के स्वागत के लिए पूरे परिवार और गांव में अलग तरह की खुशी है और हर कोई हितेश के आन का इंतजार कर रहा है। गांव में समारोह को लेकर उसके पदक जीतते ही तैयारियां शुरू कर दी गई थी। हितेश को दाल चूरमा पसंद पेश से ठेकेदार रहे हितेश के पिता सत्यवान के अनुसार हितेश को दाल चूरमा बहुत पसन्द है और उसके यहां गांव में आने पर दाल चूरमा खिलाया जाता है। जब वह गांव आता है तो उसकी स्पेशल डिमांड सिर्फ दाल चूरमा की ही होती है। हितेश की जीत की खुशी की चमक उसके पिता सत्यवान,मां शर्मिला और बहन चेतना के चेहरे पर अलग तरह से दिखाई दी। वजन कम करने भेजा था अकादमी हितेश के पिता सत्यवान कहते हैं कि बचपन में हितेश का वजन बहुत ज्यादा था। उन्होंने उसका वजन कम करने और शारीरिक अभ्यास करने के लिए ही हितेश को झज्जर में अकादमी के अंदर भर्ती कराया था। यहां उसके कोच हितेश की मेहनत का ही परिणाम है कि उसने यह मुकाम हासिल किया। पिता बोले और भी उम्मीदें उन्होंने कहा कि ब्राजील में स्वर्ण जीतना एक तरह से हितेश के खेल की शुरुआत है। अभी हितेश को देश के लिए ओलिम्पिक खेलना है और इसी की तैयारी में वह जुटा हुआ भी है। मौजूदा समय में उनका टारगेट कॉमनवैल्थ और एशियन गेम खेलने का प्रयास है। अभी हितेश को बहुत ज्यादा खेलना है और देश के लिए पदक हासिल करना है। मां बोली दाल चूरमे से करूंगी स्वागत मां शर्मिला बोली कि बेटे के गोल्ड जीतने की खुशी पूरे परिवार के चेहरे पर है। दाल चूरमा खिलाकर हितेश का स्वागत किया जाएगा। बहन चेतना गुलिया ने भी हितेश की जीत पर खुशी जताई। उसने कहा कि हर मैच की हार जीत की खुशी और दुख हितेश उनके साथ सांझा करता आया है। राज्य स्तर पर तीन स्वर्ण पदक जीते फाइनल में उनके प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड के ओडेल कामारा चोट के कारण मुकाबले में नहीं उतर सके। हितेश की खेल यात्रा स्कूल स्तर से शुरू हुई। उन्होंने सब-जूनियर में राज्य स्तर पर तीन स्वर्ण पदक जीते। हरियाणा स्कूल स्टेट चैंपियनशिप 2018 और स्कूल गेम्स 2019 में सफलता के बाद भिवानी के SAI सेंटर में ट्रेनिंग ली। यहीं से भारतीय नौसेना ने उन्हें चुना। दसवीं के बाद नौसेना ज्वाइन हितेश के पिता सत्यवान के अनुसार उनके बेटे ने दसवीं के बाद नौसेना ज्वाइन की। वे पूर्व स्टार सुरंजय के मार्गदर्शन में बॉक्सिंग कर रहे हैं। हितेश ने सितंबर 2024 में इंटर-सर्विसेज चैंपियनशिप में खिताब जीता। 2025 के नेशनल्स में वे राष्ट्रीय चैंपियन बने। उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेलों में भी स्वर्ण पदक हासिल किया। गांव में हितेश के स्वागत की तैयारियां जोरों पर हैं। ग्रामीण विजय जुलूस निकालेंगे जो कई गांवों से होकर गुजरेगा। इस जीत से पूरे बादली क्षेत्र में खुशी का माहौल है।
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करनाल में पंजाब रोडवेज बस व हाइड्रा की टक्कर:ड्राइवर की टूटी टांग व 12 यात्री घायल, बस के उड़े परखच्चे
हरियाणा में करनाल के नेशनल हाईवे 44 पर मधुबन से बसताड़ा के बीच बन रही रिंग रोड के पास मंगलवार देर रात एक भयानक सड़क हादसा हुआ। जहां पर पंजाब रोडवेज लुधियाना डिपो की एक बस निर्माणाधीन रास्ते के पास खड़ी हाइड्रा मशीन से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और उसके परखच्चे उड़ गए। हादसे के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। खिड़की फाड़कर ड्राइवर को बाहर निकाला गया। हादसे में 10 से 12 लोग घायल हुए हैं। घायलों को करनाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ड्राइवर की टांग की हड्डी टूटी, कुछ यात्रियों को हल्की चोटें आईं बस में 30 से ज्यादा सवारियां थीं। हादसे में ड्राइवर को गंभीर चोटें आईं हैं, उसकी टांग की हड्डी टूट गई है। हाइड्रा मशीन सड़क पर डाइवर्जन बोर्ड के नजदीक खड़ी थी। प्रत्यक्षदर्शियों देवेंद्र, सुभाष, राजेश व अन्य ने बताया कि हादसा इतना भयानक था कि देखते ही देखते आसपास के लोग मौके पर दौड़ पड़े। बस के अंदर फंसे ड्राइवर को खिड़की तोड़कर बाहर निकाला गया। राहत की बात ये रही कि ज्यादा सवारियों को गंभीर चोटें नहीं आईं, वरना बड़ा नुकसान हो सकता था। बस के आगे कैमरा लगा हुआ था, जिससे हादसे की पूरी घटना रिकॉर्ड हुई होगी। पुलिस अब उस फुटेज के जरिए जांच करेगी कि बस और हाइड्रा के बीच टक्कर कैसे हुई। हाइड्रा चालक के खिलाफ होगी कार्रवाई, जांच में जुटी पुलिस टीम थाना प्रभारी गौरव ने बताया कि बस में सवार करीब 10 से 12 लोगों को चोटें आई हैं। इनमें से अधिकतर को मामूली चोटें हैं, जबकि ड्राइवर की हालत गंभीर बनी हुई है। घायलों को तत्काल एंबुलेंस की मदद से करनाल अस्पताल भेजा गया। थाना प्रभारी गौरव पूनिया ने बताया कि यह भी जांच की जा रही है कि हाइड्रा मशीन वहां कैसे और क्यों खड़ी थी। यदि मशीन की खड़ी होने की स्थिति में लापरवाही पाई गई, तो संबंधित के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
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Tuesday, April 8, 2025
हरियाणा कांग्रेस विधायक ने सीएम ने की तारीफ:सेतिया बोले-बेशक विपक्ष पार्टी से हूं, जो रिस्पेक्ट दी, इसके लिए उसका बहुत-बहुत आभार
हरियाणा के कांग्रेस विधायक ने एक बार फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह की तारीफ की है। वह चंडीगढ़ में सीएम के सरकारी आवास पर मिले मान-सम्मान से खुश हुए। उनके साथ किसान नेता व कमेटी के सदस्य मौजूद रहे। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें विधायक और कमेटी सदस्य एक साथ सीएम आवास पर खाना खा रहे हैं। जानकारी के अनुसार सिरसा के धिकतानियां मानइर निर्माण की मांग को लेकर सिरसा विधायक गोकुल सेतिया कमेटी सदस्यों को साथ लेकर सीएम से मिलने चंडीगढ़ आवास पर गए थे। उस समय सीएम नहीं मिले, पर उनकी आवभक्त देख वह खुश हुए और सीएम की तारीफों के पुल बांधें। इस पर अभी विपक्ष के नेताओं की प्रतिक्रियाएं नहीं है। हालांकि, विधायक सेतिया ने विधानसभा सत्र में भी इस धिकतानियां माइनर का मुद्दा उठाया था। वीडियो में विधायक गोकुल सेतिया कह रहे हैं कि अभी यहां चंडीगढ़ में नायब सिंह सैनी के सरकारी सीएम आवास पर बैठे हैं। साथ में हमारे अन्नदाता, किसान भी है। जो हमारी सिरसा की पुरानी मांग थी धिकतानियां-भम्भूर माइनर की। इसके लिए सीएम से मिलने आए थे। हमने सीएम से बात कर समय लिया था। आज सीएम नायब सिंह कहीं मीटिंग में व्यस्त है, जिन्होंने हमें समय दिया था। उनको दो घंटे ज्यादा का समय लग गया। बेशक मैं कांग्रेस पार्टी का एमएलए हूं। लेकिन एक रिस्पेक्ट करने की बात होती है। जब वह लेट हुए मैंने उनसे कहा कि किसान साथी आए है। उन्होंने यह स्पेशल कहा कि कोई भी खाना खाए बैगर नहीं जाएगा। मैंने यह पहली बार देखा। इतना मान-सम्मान हमें दिया। पार्टी बेशक कोई भी हो। जब प्रदेश का मुखिया या मुख्यमंत्री। अगर राज्य के लोगों को मान-सम्मान दें और इतना ख्याल रखें। हमने यहां सीएम आवास पर पता किया है कि जब से नायब सिंह सीएम बने हैं। खाने के बैगर किसी को जाने नहीं देते। वाकई दाग देता हूं। ऐसे मुख्यमंत्री की। बेशक मेरी दूसरी विपक्ष पार्टी का एमएलए हूं। जो मान-सम्मान दिया है, उसका तह दिल से बहुत-बहुत धन्यवाद आभार करता हूं। आसपास के 20 गांवों को सिंचाई पानी से रखा वंचित यह धिकतानिया माइनर गांव मंगाला से जमाल जा रही है, लेकिन इसके आसपास के 20 गांवों को वंचित रखा है। यहां सिंचाई पानी की कोई सुविधा नहीं है। इन गांवों का जमीनी पानी या ट्यूबवैल का पानी भी 500 फीट नीचे जा चुका है। जमीनी पानी में भी नमक की मात्रा ज्यादा है। इसलिए यह सिंचाई तो दूर पानी पीने योग्य भी नहीं है। सेतिया ने कहा 7 साल पहले पूर्व सीएम मनोहर लाल ने इन गांवों के लिए नहर बनाने की घोषणा की थी। मगर सरकार ने न कोई जमीन खरीदी और न ही माइनर को बनाने की दिशा में कदम उठाया। उस समय जमीनों के रेट 12 से 15 लाख रुपए प्रति एकड़ थी, लेकिन आज 40 से 50 लाख रुपए हो गई है। सिंचाई पानी देने की उठाई थी मांग ग्रामीण भी अपनी जमीन 40 लाख रुपए में देने को तैयार है। इस समय इन 20 गांवों के ग्रामीण सिंचाई पानी न मिलने से परेशान हैं और पीने के लिए पानी भी पर्याप्त नहीं है। इस समय माइनर की क्या स्थिति है। उस समय विधानसभा स्पीकर या सरकार के किसी प्रतिनिधि ने कोई जवाब नहीं दिया। ओटू के पास झील बनी है। ग्रामीणों ने बरसाती पानी देने की मांग उठाई थी, ताकि सिंचाई पानी मिल सकें। ट्यूबवैल का पानी पीने या सिंचाई के योग्य नहीं है। जमीनी पानी का स्तर गिरता जा रहा है। यह गांव होते हैं प्रभावित गांव शहीदांवाली, नटार, सलारपुर, बेगू, रंगड़ी खेड़ा, चौबुरजा सहित एक दर्जन से ज्यादा गांव पीने की पानी से समस्या से परेशान है। इन गांवों में सिंचाई पानी के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। लोग पीने के लिए नहरों से पानी के टैंकर मंगवाने को मजबूर हैं। इसको लेकर इन गांवों के ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन भी चला था। संघर्ष समिति बनी और कमेटी बनी। सरकार के समक्ष काफी मुद्दा उठाया। मगर कुछ नहीं हुआ। सरकार नहर के लिए फ्री में जमीन चाहती थी, पर ग्रामीण मार्केट रेट में जमीन देने को तैयार थे। सरकार ने जमीन की कोई पेमेंट नहीं की और यह प्रोजेक्ट सिरे नहीं चढ़ा।
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