हरियाणा में बुधवार देर रात को ग्रुप डी की भर्ती का रिजल्ट जारी किया गया। रात 10.10 बजे हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन (HSSC) हिम्मत सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा- मुझे यह बताते हुए अत्यंत खुशी हो रही है कि ग्रुप D के 7596 पदों के परिणाम आज आयोग द्वारा घोषित कर दिए गए हैं। सभी चयनित अभ्यर्थियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। आपकी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास ने आपको यह सफलता दिलाई है। अभ्यर्थी HSSC की वेबसाइट https://ift.tt/15QW8Sp पर रिजल्ट देख सकते हैं। इस बार सामान्य वर्ग की कटऑफ सबसे ज्यादा 74 रही। EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) और BC-B वर्ग की कटऑफ 73 रही। वहीं BC-A वर्ग के लिए कट-ऑफ 71.76 रही। अन्य पिछड़ा वर्गों की बात करें तो OSC (अन्य सामाजिक श्रेणी) की कटऑफ 68.27 और DSC (वंचित सामाजिक श्रेणी) की कटऑफ 66.83 अंक रही। HSSC चेयरमैन हिम्मत सिंह की पोस्ट...
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Thursday, July 3, 2025
Wednesday, July 2, 2025
हरियाणा के 4 विधानसभा क्षेत्र ‘मन की बात’ में पिछड़े:इनमें अनिल विज का अंबाला कैंट सबसे पीछे; बड़ौली बोले- इनको अलग से ट्रेनिंग देंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम सुनने में हरियाणा देश भर में पहले स्थान पर रहा है। यहां रिकॉर्ड 98.8% फीसदी बूथों पर यह कार्यक्रम सुना गया। हैरान करने वाली बात ये है कि हरियाणा BJP के कद्दावर नेता कैबिनेट मंत्री अनिल विज का अंबाला कैंट हलका इस मामले में प्रदेश में सबसे फिसड्डी रहा है। भाजपा की ओर से जारी आंकड़ों पर नजर डालें तो कैंट में सिर्फ 35% बूथों पर ही मन की बात सुनी गई। यह संख्या प्रदेश के सभी 90 हलकों में सबसे कम है। देशभर में प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम को BJP हर बूथ पर उत्साह के साथ मनाती है। पार्टी वर्करों को हर बूथ पर कार्यक्रम करने करने और उसके फोटो खींचकर सरल एप पर अपलोड किया जाता है। इस आधार पर पूरे देश और राज्य का अपना डेटा संग्रह होता है। इन आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा में 98.8% बूथों पर लोगों ने मन की बात कार्यक्रम सुना है, जो देश में सबसे ज्यादा है। दूसरे नंबर पर चंडीगढ़ और तीसरे नंबर पर त्रिपुरा रहा। हरियाणा में प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया पूरे कार्यक्रम के कोआर्डिनेटर हैं। जहां देश में हरियाणा पहले स्थान पर है, वहीं प्रदेश के 90 हलकों में 4 हलके ऐसे हैं जो बूथों पर 100 प्रतिशत कार्यक्रम पूरे नहीं कर पाए। जिसमें सबसे नीचे अनिल विज का हलका अंबाला कैंट है। प्रधानमंत्री कार्यालय इसकी रिपोर्ट तैयार रहा है, जो प्रधानमंत्री को दिखाई जाएगी। 122 एपिसोड में 89वें स्थान पर था, इस बार सबसे नीचे भाजपा लगातार इस बात पर जोर दे रही है कि सभी बूथों पर मन की बात कार्यक्रम सुना जाए। जिन बूथों या हलकों में वर्कर कम दिलचस्पी दिखा रहे हैं, उनके संबंध में प्रदेशाध्यक्षों से वजह पूछी जाएगी। मई में मन की बात के 122वें एपिसोड में अंबाला कैंट 90 में से 89वें स्थान पर था, जो इस बार फिसलकर आखिरी पायदान पर आ गया है। अंबाला जिले के बाकी तीन विधानसभा हलकों अंबाला सिटी, मुलाना और नारायणगढ़ में 100% बूथ कवर हुए हैं। अंबाला कैंट के पिछड़ने के सवाल पर भाजपा के अम्बाला जिलाध्यक्ष मनदीप राणा का कहना है कि संभवत तकनीकी दिक्कत के कारण नंबर कम आए हैं। कार्यक्रम तो हुए, मगर वह एप पर चढ़ नहीं पाए। आगे जब भी कार्यक्रम होगा उसमें सुधार होगा। बड़ौली ने लिखा-हरियाणा ने इतिहास रचा भाजपा की ओर से सरल पोर्टल का डेटा जारी करने के बाद पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया- मन की बात कार्यक्रम में हरियाणा ने रचा इतिहास 20,629 बूथों में से 20,000 से अधिक बूथों पर सुनी गई मन की बात सरल पोर्टल पर दर्ज हुआ आंकड़ा। सभी देवतुल्य कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई। ये 4 विधानसभा क्षेत्र नहीं कर पाए 100 प्रतिशत बूथ कवर 20 लाख वर्कर सुनते हैं मन की बात कार्यक्रम हरियाणा में 20,269 बूथ हैं। इन बूथों में से 20,387 बूथों पर रिकॉर्ड तोड़ करीब 20 लाख वर्करों ने मन की बात कार्यक्रम सुना है। पिछली बार 9667 बूथ कवर किए गए थे। पिछली बार एपिसोड 27 मई और इस बार 30 जून को एपिसोड प्रसारित किया गया था। भाजपा मन की बात कार्यक्रम के जरिए अधिक से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ती है। इसमें हर बूथ पर नए लोगों को एपिसोड सुनने के लिए आमंत्रित किया जाता है। बूथ अध्यक्ष से लेकर शक्ति केंद्र प्रमुख और पन्ना प्रमुख इसमें भाग लेते हैं। अभी औसतन एक बूथ पर 10 लोग मन की बात कार्यक्रम सुनते हैं। आने वाले समय में इसे 20 और 50 लोगों को प्रत्येक बूथ तक मन की बात कार्यक्रम सुनाने की BJP की हरियाणा में योजना है। बड़ौली बोले- हो सकता है बरसात वजह हो, या ट्रेनिंग की कमी भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली का कहना है कि हमने मन की बात कार्यक्रम को लेकर वर्करों को ट्रेनिंग दिलाई थी, कि किस प्रकार एप पर इसे चढ़ाना है। इस कारण सुधार देखने को मिला है। अंबाला कैंट समेत जिन 4 विधानसभा के आंकड़े कम हैं, उसका कारण भी कहीं ना कहीं तकनीकी जानकारी कम होना या बारिश के दौरान बूथ पर ना पहुंच पाना हो सकता है। पिछड़ने वाली चारों विधानसभा की अलग से ट्रेनिंग करवाएंगे और इनको भी 100% पर लाएंगे।
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पलवल में 57 करोड़ के घोटाले में सरपंच सस्पेंड:क्लर्क संग मिलकर सरकारी खाते से निकाले 53 हजार, एसडीएम को सौंपी जांच
पलवल जिले के हसनपुर बीडीपीओ कार्यालय में हुए 57 करोड़ रुपए के घोटाले में नया मोड़ आया है। डीसी ने डराना गांव के सरपंच को निलंबित कर दिया है। सरपंच पर लगे आरोपों की जांच एसडीएम पलवल को सौंपी गई है। घोटाले में चार महीने पहले कई अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था। रिटायर्ड अधिकारी के घर से कैश और जेवर बरामद वहीं हसनपुर बीडीपीओ कार्यालय के लिपिक राकेश, होडल खजाना कार्यालय के कर्मचारी सतपाल और चंडीगढ़ के विकास एवं पंचायत विभाग से सेवानिवृत्त अनुभाग अधिकारी शमशेर सिंह शामिल हैं। सेवानिवृत्त अधिकारी के घर से 3.65 करोड़ रुपए और कई आभूषण बरामद किए गए थे। सरपंच ने अपने खाते में डलवाए थे 53 हजार डराना गांव के हरवीर ने 10 जून 2025 को सरपंच रॉकी के खिलाफ शिकायत दी थी। शिकायत में कहा था कि सरपंच ने लिपिक राकेश के साथ मिलकर 57 करोड़ के गबन में हिस्सा लिया है। जांच में पाया गया कि सरपंच ने लिपिक के साथ मिलकर हसनपुर ब्लॉक के बजट से 53 हजार रुपए अपने निजी खाते में डलवाए थे। डीसी ने आदेश किए जारी डीसी पलवल डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने जांच रिपोर्ट के आधार पर सरपंच को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। आरोपी लिपिक राकेश और अन्य कर्मचारियों पर फर्जी बिलों के जरिए निजी एजेंसी को भुगतान कर घोटाला करने का आरोप है। संपत्ति का चार्ज संभालेंगे बहुमत प्राप्त पंच साथ ही खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी हसनपुर को निर्देश दिए गए हैं कि सरपंच से चल-अचल संपत्ति का चार्ज लेकर बहुमत प्राप्त पंच को सौंप दिया जाए। डीसी ने मामले की नियमित जांच के लिए उपमंडल अधिकारी (ना.) पलवल को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
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HAU स्टुडेंट्स का धरना खत्म, सहमति बनी:धरने के 21 दिन बाद सरकार ने लिखित आश्वासन दिया, कुलपति को हटाने को कमेटी बनेगी
हरियाणा के हिसार में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) में 21 दिन से चल रहा धरना अब समाप्त हो गया है। प्रशासन के साथ छात्रों का समझौता हो गया है। छात्रों की 8 में 7 मांग पूरी हो गई है। वीसी को हटाने के लिए एक कमेटी बनाई जाएगी पूरे प्रकरण पर अपनी रिपोर्ट देगी। इस कमेटी में छात्र भी होंगे। इसके बाद वीसी को हटाने की कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा अभी रजिस्ट्रार को हटाने पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। मगर सरकार की ओर से सभी मांगों पर लिखित में आश्वासन मिलने के बाद छात्रों ने अपना धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी। छात्रों की कमेटी ने धरने पर कहा कि सरकार की ओर से सभी मांगों पर लिखित में आश्वासन मिल गया है इसलिए अब वह धरना यही समाप्त कर रहे हैं। छात्रों ने कहा कि उनको विश्वास है कि सरकार उनको मांगों को पूरा करेगी और पीछे नहीं हटेगी। धरने पर भाजपा विधायक रणधीर पनिहार पहुंचे और उन्होंने भी कहा कि वह मध्यस्थता की भूमिका में थे और बड़ी जिम्मेदारी के साथ कह रहे हैं कि जो बातें समझौते में छात्रों से कही गई है एक-एक मांग को पूरा किया जाएगा। सरकार अपने वादे से कभी पीछे नहीं हटेगी। इसके बाद धरने पर ही छात्रों ने लड्डू बांटकर धरने को समाप्त करने की घोषणा कर दी। धरना समाप्त करते ही धक्का-मुक्की धरने पर जिन मांगों पर सहमति बनी उसको नहीं बताने पर कुछ संगठन भी नाराज दिखे। इस दौरान धक्का मुक्की भी हो गई। इसके बाद धरने पर छात्रों व अन्य लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करवाया। वहीं धरना समाप्त की घोषणा होने के बाद भी कुछ संगठन धरना ना खत्म कर भाषणबाजी करते रहे। छात्रों ने इन संगठनों से मौके पर ही किनारा कर लिया। छात्र कमेटी ने कहा कि उनका धरना अब खत्म हो गया है और जो माइक पकड़कर बोल रहे हैं उनका इस धरने से कोई लेना-देना नहीं है। 10 जून को हुआ था लाठीचार्ज एचएयू प्रशासन की तरफ से स्कॉलरशीप में कटौती करने के बाद विद्यार्थियों ने 10 जून को कुलपति कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था। वहां पर सुरक्षाकर्मियों ने विद्यार्थियों के साथ हाथापाई की थी। उसी दिन रात को जब विद्यार्थी वीसी आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे तो सहायक प्रोफेसर राधेश्याम, सुरक्षा अधिकारी और सुरक्षा कर्मियों ने विद्यार्थियों पर लाठीचार्ज किया था। लाठीचार्ज में कई छात्रों को चोटें आई थी। करीब 5 छात्रों ने सिविल अस्पताल में एमएलआर कटवाई थी। इसके बाद छात्रों ने 11 जून से एचएयू के 4 नंबर गेट पर तंबू गाड़कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था। 21 दिन तक आंदोलन चलने के बाद सरकार से सहमति बनने पर 1 जुलाई को रात करीब 11 बजे धरना समाप्त कर दिया गया। आज था बड़ा प्रदर्शन, राजनीतिक दलों को पहुंचना था बता दें कि विद्यार्थियों ने सरकार से बातचीत के लिए मंगलवार शाम 4 बजे तक का समय दिया था। इस मामले में छात्र कमेटी ने सुबह 11 बजे प्रेस वार्ता कर सरकार तक अपनी पहुंचाई। इसके बाद पूरे मामले में सरकार एक्टिव हुई और छात्रों से फिर से बातचीत शुरू की। छात्रों ने साफ कहा कि उनको लिखित में आश्वास चाहिए। इसके बाद सरकार ने विधायक पनिहार को प्रशासन के साथ मिलकर छात्रों से बातचीत करने को कहा। देर रात तक बातचीत चलने के बाद छात्रों की 8 में से 7 मांगों पर सहमति बन गई। कुलपति को हटाने की मांग पर सरकार ने कमेटी बनाने का लिखित आश्वास दिया है। सरकार पूरे मामले की जांच करवाएगी। इससे पहले इनेलो, जजपा और कांग्रेस की तरफ से 2 मार्च को एचएयू में छात्रों के साथ प्रदर्शन के लिए नेताओं की ड्यूटी लगा दी थी। कांग्रेस की जिला कमेटी को धरने पर पहुंचना था। वहीं जजपा की ओर से गेट नंबर 3 पर प्रदर्शन का कॉल किया गया था।
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Tuesday, July 1, 2025
फरीदाबाद में महिला की वीडियो वायरल करने वाला काबू:वीडियो कॉल के जरिए बातचीत, युवक के अन्य लड़कियों से भी संबंध
फरीदाबाद जिले के थाना पल्ला पुलिस ने एक महिला की शिकायत पर गंभीर कार्रवाई करते हुए सोशल मीडिया पर उसकी प्राइवेट वीडियो अपलोड करने वाले युवक को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी से पुलिस की टीम द्वारा पूछताछ करने के बाद कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। चुपचाप वीडियो की थी सेव पीड़िता ने पुलिस को बताया कि कुछ साल पहले उसकी दोस्ती इंद्रजीत नामक युवक से हुई थी। दोनों के बीच बातचीत अक्सर वॉट्सऐप वीडियो कॉल के जरिए होती थी। इसी दौरान युवक ने उसकी कुछ प्राइवेट वीडियो चुपचाप अपने फोन में सेव कर ली थी। बाद में जब युवती को यह पता चला कि इंद्रजीत के अन्य लड़कियों के साथ भी संबंध हैं, तो उसने उससे दूरी बना ली और बातचीत बंद कर दी। इसी बात से नाराज होकर इंद्रजीत ने बदला लेने की नीयत से महिला की प्राइवेट वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दीं, जिससे उसकी बदनामी हुई और मानसिक आघात भी पहुंचा। पुलिस ने नोएडा से किया काबू महिला की शिकायत पर थाना पल्ला पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट और संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया। पुलिस प्रवक्ता यशपाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पल्ला थाना की टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी इंद्रजीत कुमार (उम्र 26 वर्ष), निवासी गांव मोती टोला जिला कटिहार (बिहार) हाल निवासी गांव खोडा नोएडा को गिरफ्तार किया है। निजी कंपनी में कार्यरत आरोपी पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने बिना युवती की मर्जी के उसकी वीडियो सेव की थी और फिर जानबूझकर उन्हें वायरल किया। आरोपी नोएडा में एक निजी कंपनी में काम करता है। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
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करनाल में सरकारी जमीन पर दुकानदारों की अवैध कमाई:फड़ी वालों से वसूले जा रहे 4-4 हजार रुपए, निगम ने हटाया तो फूटा दुकानदारों का दर्द
करनाल की कर्ण मार्केट में दुकानदारी के नाम पर सरकारी जमीन को निजी कमाई का जरिया बनाने की बाते सामने आई है। यहां की कई दुकानों के आगे की सरकारी जगह को दुकानदारों ने कब्जा कर रखा है और इस कब्जे पर बाकायदा किराया वसूल रहे हैं। फड़ी लगाने वाले गरीब दुकानदारों से हर महीने हजारों रुपए वसूले जा रहे हैं। मामला उस समय खुला जब अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान कांग्रेस के नेता फड़ी वालों का दर्द सुनने पहुंचे। एक फड़ी दुकानदार ने साफ-साफ बताया कि वह 4 हजार रुपए महीना किराया देता है, वो भी उस जमीन का जो सरकारी है। दुकानदार लेते हैं किराया, फिर भी फड़ी वालों को हटाया जा रहा फड़ी लगाने वालों का कहना है कि दुकानदारों को किराया देने के बावजूद भी उन्हें ही उजाड़ा जा रहा है। कई के पास तो लाइसेंस भी हैं, फिर भी निगम की कार्रवाई उन्हीं के खिलाफ हो रही है। उन्होंने कहा कि अगर कार्रवाई करनी है तो उन दुकानदारों के खिलाफ की जाए जो सरकारी जगह पर अवैध कब्जा करके किराया वसूल रहे हैं। 46 साल से फड़ी लगाने वाले का दर्द दुकानदार की दुकान के बार फड़ी लगाने वाले संजय ने बताया कि वह पिछले 46 सालों से छतरी मरम्मत की फड़ी लगाता है, अब निगम ने उसकी फड़ी को पीछे करवा दिया है और इतनी भी जगह नहीं छोड़ी कि वो आराम से बैठ सके। उसने बताया कि कुछ लोग खुलकर बताते हैं कि वो किराया देते हैं, लेकिन कुछ चुप रहते हैं। डर इस बात का है कि कहीं दुकानदार उन्हें हटा न दें। विधायक ने भी माना था अवैध किराया वसूली का मामला नगर निगम की बैठक में खुद विधायक जगमोहन आनंद ने स्वीकार किया था कि दुकानदार फड़ी वालों से अवैध किराया वसूल रहे हैं। उन्होंने माना था कि जमीन सरकारी है, लेकिन उसका फायदा निजी लोग उठा रहे हैं। कांग्रेस नेताओं का आरोप, छोटे दुकानदारों को बनाया जा रहा निशाना फड़ी हटाने की कार्रवाई के विरोध में पहुंचे कांग्रेस नेता मनोज वधवा ने नगर निगम और सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दो सप्ताह से फड़ी वालों को परेशान किया जा रहा है। सरकार न तो रोजगार दे पा रही है और न ही जो लोग खुद मेहनत करके अपना रोजगार चला रहे हैं, उन्हें चैन से काम करने दे रही है। उन्होंने कहा कि मैं अतिक्रमण के पक्ष में नहीं हूं, लेकिन छोटे दुकानदारों को कहीं न कहीं जगह मिलनी चाहिए। उन्हें यूं बेदखल करना ठीक नहीं है। वोट लेने आए थे नेता, अब कोई सुध लेने नहीं आ रहा कांग्रेस नेता ने विधायक और मेयर को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ये लोग सिर्फ वोट लेने आते हैं और चुनाव जीतने के बाद गरीबों की परेशानी से कोई लेना-देना नहीं रखते। उन्होंने कहा कि गरीबों का दर्द समझना सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन मौजूदा हालातों में उन्हें केवल उजाड़ा जा रहा है। सिर्फ उन्हीं का समर्थन जो खुद की रोजी-रोटी चला रहे कांग्रेस नेत्री ने भी साफ कहा कि पार्टी उन लोगों के साथ नहीं है जो अवैध रूप से दुकानों के आगे फड़ी लगवाकर कमाई कर रहे हैं। लेकिन जो लोग संडे मार्केट लगाकर मेहनत से अपना और अपने परिवार का पेट पाल रहे हैं, उनके हक में कांग्रेस पूरी ताकत से खड़ी है। फड़ी वालों को चाहिए कानूनी और सुरक्षित जगह फड़ी लगाने वाले दुकानदारों की मांग है कि अगर उन्हें उस जगह से हटाया जा रहा है तो नगर निगम उन्हें किसी वैकल्पिक स्थान पर बैठने की कानूनी अनुमति दे। वे अवैध रूप से नहीं, बल्कि अपने काम को सही तरीके से करना चाहते हैं। लेकिन सरकारी व्यवस्था उन्हें समर्थन देने की बजाय हटा रही है।
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करनाल में रोडवेज बस का शीशा तोड़ा:दिल्ली से कैथल जा रही बस बीच रास्ते में रोकी, कार चालक ने बस के आगे गाड़ी अड़ा कर मारा मुक्का
करनाल में कैथल पुल के पास सोमवार की रात को हरियाणा रोडवेज की एक बस के शीशे तोड़ने का मामला सामने आया। दिल्ली से कैथल जा रही इस बस की रास्ते में एक कार से हल्की टच हो गई। इसी बात को लेकर गाड़ी चालक ने पहले बस को ओवरटेक कर उसके आगे अपनी कार खड़ी कर दी और फिर गुस्से में आकर बस के सामने वाले शीशे पर मुक्का मार दिया, जिससे शीशा टूट गया। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और बस को वहीं रोकना पड़ा। बस के अचानक रुकने से उसमें सवार यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दिल्ली से कैथल जा रही यह बस पूरी तरह भरी हुई थी। यात्री गर्मी और देरी से परेशान होते रहे। यात्रियों का कहना है कि यह सब बेवजह हुआ और गाड़ी चालक का रवैया पूरी तरह से गलत था। प्रत्यक्षदर्शी यात्रियों ने बताई पूरी घटना बस में सवार प्रदीप, विकास, सोनू, ध्रुव समेत अन्य यात्रियों ने बताया कि घटना करनाल के एक चौक की है। वहां पर एक कार चालक मोबाइल फोन पर बात करते हुए क्रॉस कर रहा था। उसी समय बस ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगाए। अब बस कार से टच हुई या नहीं, यह स्पष्ट नहीं हो पाया। लेकिन बस वहां से निकल गई थी। इसके कुछ मिनट बाद ही कार चालक गुस्से में बस के आगे आ गया और अपनी गाड़ी अड़ा दी। शीशे पर मुक्का मारते ही कार चालक फरार कार को सामने खड़ा कर आरोपी गाड़ी से उतरा और बस के सामने आकर सीधे शीशे पर मुक्का जड़ दिया। झटके से बस का शीशा चटक गया। इसके बाद आरोपी मौके से भाग निकला। यात्रियों ने बताया कि वह व्यक्ति नशे में भी था और काफी झगड़ालू व्यवहार कर रहा था। पुलिस को दी गई सूचना, जांच शुरू घटना की जानकारी तुरंत पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। बस ड्राइवर भी अपनी शिकायत लेकर थाने पहुंचा है। यात्रियों और बस ड्राइवर की मांग है कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए क्योंकि उसने न सिर्फ सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा को भी खतरे में डाला। रोडवेज प्रबंधन और पुलिस पर उठे सवाल घटना के बाद एक बार फिर रोड पर चलने वाले नशे में धुत वाहन चालकों और उनकी मनमानी को लेकर सवाल उठने लगे हैं। यात्रियों का कहना है कि रोडवेज की बसें लगातार ऐसी घटनाओं का शिकार हो रही हैं और प्रशासन की तरफ से इन पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं होती। नशे में गाड़ी चलाना खुद में अपराध है, ऊपर से हिंसक रवैया अपनाना और सरकारी बस को नुकसान पहुंचाना दोहरी गलती है।
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