Saturday, May 17, 2025

भिवानी में पीने के पानी का संकट:माकपा ने उठाई मांग, कामरेड ओमप्रकाश बोले- शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी भिवानी जिला के शहर और गांवों में गहराए पेयजल संकट के समाधान व वैकल्पिक व्यवस्था करवाने की मांग सरकार से की। भिवानी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए माकपा जिला सचिव कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि पूरे शहर के बीच वाले हिस्से व अलग-अलग कॉलोनियों व मोहल्लों तथा गांव में पेयजल की गंभीर समस्या चल रही है। यहां तक कि कई मोहल्लों व कालोनियों में पानी के पूर्ण प्रेशर के बगैर पानी नहीं आता है तथा कई जगह सीवरेज का गंदा पानी मिक्स होकर आता है, जो पीने लायक भी नहीं होता। बार-बार विभाग के पास शिकायत देने के बाद भी विभाग आवश्यक कार्रवाई नहीं करता है। 23 मई को आएगी नहर कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि नहर में पानी 23 मई तक आने की संभावना है, तब तक इस पेयजल संकट का हल कैसे करेंगे। महकमें के दोनों अधिकारियों ने बताया कि शहर के 15 टैंकों में कुल मिलाकर 173.90 फीट पानी रखने की क्षमता है तथा अब इन टैकों में 36.9 फीट पानी बचा हुआ है। जो कुल क्षमता का 21.21 प्रतिशत बचा है तथा 9 नए ट्यूबवेल स्थापित किए है। पहले एक दिन छोड़कर एक दिन पानी आपूर्ति की जाती थी, अब 23 मई तक दो दिन छोड़कर एक दिन आपूर्ति की जाएगी तथा जिन मोहल्लों व गलियों में पानी नहीं चढ़ेगा। वहां सार्वजनिक तौर पर टैकरों से पानी भिजवाया जाएगा। पीछे से भाखड़ा बांध का पानी नहीं मिलने से यह समस्या आ रही है। सर्वदलीय बैठक में सुझाव देने के बाद भी संकट में डाली जनता उन्होंने बताया कि माकपा ने 3 मई को चंडीगढ़ में राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा पीने के पानी के मुद्दे पर बुलाई गई थी। सर्वदलीय बैठक में भाग लेकर अपनी राय दी थी कि हरियाणा के 4500 क्यूसिक अतिरिक्त पानी के लिए हरियाणा सरकार बीबीएमबी के फैसले को लागू करवाने के लिए केंद्र सरकार की मदद लें। उन्होंने अफसोस जाहिर किया कि हरियाणा सरकार कुछ नहीं कर पाई और इन ट्रिपल इंजन सरकारों ने अपनी कारगुजारी से हरियाणा की जनता को संकट में डाल दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस संकट के लिए भाजपा की राज्य व केन्द्र सरकार जिम्मेवार हैं।

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अंबाला में चल रही अवैध शराब फैक्ट्री का मामला:पुलिस ने दो और आरोपियों को किया गिरफ्तार, पटियाला में बेचते थे

हरियाणा के अंबाला के थाना शहजादपुर क्षेत्र से अवैध शराब बनाने के मामले में दो अन्य आरोपीयों को पुलिस ने काबू कर लिया है। यह दोनों आरोपी अवैध शराब को खरीद कर पंजाब में बेचने का काम करते थे। इस मामले में अब तक पुलिस ने कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। अब पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जाएगी। पुलिस अधीक्षक अंबाला में अजीत सिंह शेखावत थाना शाहजादपुर में पकड़ी गई अवैध शराब बनाने की फैक्ट्री के मामले में अब कड़ियाँ जुड़ने लगी है। जिसके चलते अब तक कुल 9 आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही शराब की सप्लाई करने वाले अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पंजाब में करते थे अवैध शराब सप्लाई पुलिस अधीक्षक अंबाला के अनुसार आरोपी अजीत पाल सिंह निवासी जोगीपुर थाना सनौर जिला पटियाला और मनिन्द्र निवासी गांव बांखर थाना सनौर जिला पटियाला को अन्य आरोपियों से हुई पूछताछ के आधार पर गिरफ्तार किया है। यह आरोपी बिट्टु से भारी मात्रा में अवैध शराब लेकर पटियाला के आसपास के गांवों में बेचने का काम करते थे। यह था पूरा मामला हरियाणा की अंबाला पुलिस ने नकली शराब की फैक्ट्री पकड़ी थी। पुलिस को मौके पर हरियाणा और पंजाब में बिकने वाली देसी शराब के ब्रांड की सैकड़ों पेटियां मिली थी। स्प्रिट सहित हजारों खाली बोतलें, लेबल, होलोग्राम, क्यूआर कोड, ढक्कन, बड़े-बड़े ड्रम मौके से बरामद किए गए थे। यह शहजादपुर थाने से कुछ ही दूरी पर यह फैक्ट्री चल रही थी। इस दौरान मौके से 3 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार में लिया गया था, जो शराब को चाय की छलनी से छानकर बोतलों में पैक कर रहे थे। यह सामान हुआ था बरामद शराब की 109 पेटियां, 80 लीटर तैयारशुदा अवैध शराब, 2 कैन शराब 100 लीटर, 3 ड्रम स्पिरिट कुल 540 लीटर, 12 खाली ड्रम, 30 ड्रमी, 20 लीटर की 6 बोतल, 9600 खाली बोतलें, 4 टंकी, फूड कलर, कार्मेल कलर, भारी मात्रा में ढक्कन, रैपर, गत्ता पेटी, होलोग्राम नंबर, क्यूआर कोड, मधानी व शराब बनाने के अन्य उपकरणों व गाड़ी बरामद किए थे। रिहायशी इलाके में शराब बनाने की मिली थी सूचना शहजादपुर थाना पुलिस को 30 अप्रैल की रात सूचना मिली थी कि रिहायशी इलाके में नकली शराब बनाई जा रही है। सूचना मिलते ही पुलिस ने 30 अप्रैल की रात करीब 10 बजे बताए गए मकान में छापा मारा तो अंदर काम कर रहे 3 लोग भागने लगे। पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया। अंदर जाकर देखा तो शराब बनाई जा रही थी। शराब बनाने संबंधी कोई भी कागजात नहीं दिखा सके पुलिस को मकान के अंदर से हरियाणा और पंजाब में बिकने वाले देसी शराब के अलग-अलग ब्रांड की सैकड़ों पेटियां मिलीं। शराब बनाने की मशीनों से लेकर आरओ, बड़े-बड़े ड्रम, कार्टून से लेकर केमिकल व खाली बोतलें व ढक्कन बरामद हुए। पुलिस ने जब हिरासत में लिए गए लोगों से फैक्ट्री का लाइसेंस सहित अन्य कागजात मांगे तो वे कुछ नहीं दिखा सके। इस पर पुलिस ने एक्साइज टीम को मामले की जानकारी दी। मोटा संतरा, हीर सौंफी और माल्टा ब्रांड के रैपर मिले थे पुलिस को जांच में हरियाणा ब्रांड हीर सौंफी, मोटा संतरा ही नहीं बल्कि पंजाब के माल्टा ब्रांड से पैक की गईं शराब की बोतलें भी मिलीं। शुरूआती गिनती में पैक की गई पेटियों की संख्या 150 के आसपास बताई गई। बताया जा रहा है कि इस शराब को हरियाणा और पंजाब में सप्लाई किया जा रहा था।

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ओपी चौटाला की सियासी विरासत पर बेटों में लड़ाई छिड़ी:JJP का पोस्टर में फोटो लगाने का ऐलान; अभय बोले- पूर्व CM ने इन्हें गद्दार कहा था

हरियाणा के 5 बार मुख्यमंत्री रहे ओमप्रकाश चौटाला के निधन के 5 महीने बाद उनकी विरासत को लेकर बेटों में सियासी लड़ाई छिड़ गई है। एक तरफ बड़े बेटे डॉ. अजय चौटाला की जननायक जनता पार्टी (JJP) ने ऐलान किया कि पार्टी के पोस्टर में स्व. ओपी चौटाला की फोटो लगाएंगे। इसका पता चलते ही इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष व स्व. चौटाला के छोटे बेटे अभय चौटाला भड़क गए। उन्होंने कहा कि जब ये इनेलो छोड़कर गए थे तो चौधरी ओपी चौटाला ने इन्हें गद्दार कहा था। गद्दार उनकी फोटो कैसे लगा सकते हैं। अभय चौटाला यहीं नहीं रुके। उन्होंने यहां तक कहा- ‘’यदि वह पोस्टर लगाते हैं, तो मेरे पैर में जूत है। अपनी बात रिपीट करते हुए अभय ने फिर कहा- वह यदि चौधरी ओम प्रकाश चौटाला का पोस्टर लगाएंगे तो मेरे पैर में जूत आता है। अजय चौटाला ने फोटो लगाने का ऐलान किया JJP ने रोहतक में प्रदेश कार्यालय खोला है। इसके उद्घाटन पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय चौटाला ने कहा कि पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला सभी के पूजनीय हैं। अब से JJP के सभी पोस्टरों में डॉ. भीमराव अंबेडकर, चौधरी देवीलाल, सर छोटूराम, शहीद भगत सिंह के साथ ओपी चौटाला की तस्वीर भी लगाई जाएगी। चौटाला परिवार में फूट कैसे पड़ी, दोनों भाई अलग कैसे हुए? इसकी शुरुआत साल 2013 में हुई। जब ओमप्रकाश चौटाला और अजय चौटाला जेबीटी घोटाले में 10 साल के लिए जेल गए तो इनेलो की कमान अभय चौटाला के हाथ में आ गई। 2014 के चुनाव में अजय चौटाला के बड़े बेटे दुष्यंत चौटाला राजनीति में आए। 2014 में दुष्यंत हिसार लोकसभा सीट से चुनाव लड़े और कुलदीप बिश्नोई को हराकर सबसे युवा सांसद बने। उसके बाद राज्य में विधानसभा चुनाव आए और इनेलो हार गई। दुष्यंत के सांसद बनने के बाद पार्टी 2 खेमों में बंट गई थी। एक गुट अभय चौटाला के साथ खड़ा था और दूसरा दुष्यंत के साथ। खींचतान के बीच पार्टी चलती रही। फिर अक्टूबर 2018 में इनेलो की गोहाना में रैली थी। ओमप्रकाश चौटाला और अभय चौटाला के सामने यहां दुष्यंत चौटाला को अगला मुख्यमंत्री बनाने के नारे लगने लगे। इस पर ओमप्रकाश चौटाला नाराज हो गए। उन्होंने इसे अनुशासनहीनता बताते हुए अपने बड़े बेटे अजय चौटाला को बेटों दुष्यंत और दिग्विजय समेत पार्टी से निकाल दिया। बड़े बेटे ने अलग होकर नई पार्टी बनाई, 2019 में किंगमेकर बने इसके बाद 2018 में इनेलो से अलग होकर अजय चौटाला ने जनता जननायक पार्टी बना ली। 2019 में चुनाव हुए तो JJP 10 सीटें जीत गई। इनेलो सिर्फ अभय चौटाला वाली ऐलनाबाद सीट ही जीत सकी। भाजपा तब 90 सीटों वाली विधानसभा में सिर्फ 40 सीटें ही जीत सकीं। जिसके बाद जजपा किंगमेकर बनी और दुष्यंत ने भाजपा के साथ सरकार में शामिल होकर महज 31 साल की उम्र में हरियाणा के डिप्टी सीएम बन गए। चौटाला के निधन पर साथ दिखे, मगर सियासी दूरी बरकरार रही ओपी चौटाला का 20 दिसंबर 2024 को 89 साल की उम्र में निधन हो गया। इसके बाद पूर्व सीएम की अंतिम विदाई के मौके पर पूरा परिवार इकट्‌ठा दिखा। सबको उम्मीद थी कि वे एकजुट हो जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ओपी चौटाला के निधन के बाद छोटे बेटे अभय ने पार्टी की कमान पूरी तरह से अपने हाथ में ले ली। इसी साल 25 मार्च को पार्टी की संसदीय कार्य समिति की बैठक हुई। जिसमें अभय चौटाला को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया।

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हरियाणा में पाकिस्तानी जासूस पर दर्ज FIR की कॉपी पढ़ें:आतंकी का मैसेज, पठानकोट-गुरदासपुर से फौजियों की ट्रेन या उनका सामान जा रहा क्या

हरियाणा के पानीपत में पकड़े गए पाकिस्तानी जासूस नोमान इलाही पर दर्ज FIR की एक्सक्लूसिव कॉपी भास्कर को मिली है। जिससे खुलासा हुआ कि किसी मुखबिर के जरिए नोमान पकड़ा गया। नोमान के पास 3 मोबाइल नंबर थे। इनमें एक नंबर से वह परिजनों व दोस्तों से बात करता। बाकी 2 नंबर उसने सिर्फ पाकिस्तान बैठे आतंकियों से बातचीत करने के लिए रखे थे। वह पाकिस्तान में बैठे ISI के हैंडलर इकबाल काना के टच में था। काना से उसकी 4 मोबाइल नंबरों पर बात होती थी। उसके मोबाइल में आतंकी काना का वॉयस नोट भी मिला। जिसमें पाकिस्तान पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ एयर स्ट्राइक के बाद आतंकी उससे पठानकोट और गुरदासपुर से आने वाली फौज और फौज के सामान के बारे में जानकारी मांग रहा था। पाकिस्तानी जासूस नोमान इलाही पर दर्ज FIR की पूरी कॉपी पढ़ें पानीपत के सेक्टर 29 थाने में सब इंस्पेक्टर महावीर सिंह ने शिकायत दी। SI महावीर ने कहा- CIA-1 की टीम गश्त पर सेक्टर 25 में कृष्णा गार्डन कॉलोनी चौक पर मौजूद थी। इसी दौरान मुखबिर ने सूचना दी कि एक नोमान इलाही निवासी हाली कॉलोनी फ्लोरा चौक के पास खड़ा है। उसके पास एक कॉलिंग और 2 वॉट्सऐप नंबर हैं। जिनसे वह पाकिस्तान में इकबाल के 4 नंबरों पर कॉल व वॉट्सऐप के जरिए बात करता है। वह भारतीय सेना की गतिविधियों और अन्य खुफिया जानकारी दुश्मन देश पाकिस्तान को भेज रहा है। जिससे भारत की सम्प्रभुता, अखंडता, एकता व देश की सुरक्षा को खतरा बना हुआ है। पुलिस की टीम तुरंत फ्लोरा चौक पहुंची। वहां से नोमान इलाही को पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम नोमान इलाही बताते हुए कहा कि वह उत्तर प्रदेश के शामली जिले में कैराना के मोहल्ला बेगमपुरा का रहने वाला है। तलाशी के दौरान उससे एक रेडमी का मोबाइल मिला। नोमान के वॉट्सऐप पर पाकिस्तानी आतंकी इकबाल की तरफ से वॉयस मैसेज आए हुए थे। वॉयस मैसेज की रिकॉर्डिंग में पाया गया कि "दुश्मन देश पाकिस्तान की तरफ से नोमान इलाही से बात करने वाला व्यक्ति मुख्य रेलवे स्टेशन पर जाकर गुरदासपुर और पठानकोट की तरफ आने वाली ट्रेनें, जिनमें फौज और फौज का सामान हो, उनके बारे में बताने को कह रहा है। नोमान इलाही ने पुलिस को बताया कि इस नंबर के अलावा वह 3 और पाकिस्तानी नंबरों पर इकबाल से बात करता है। इस काम के बदले उसने पाकिस्तान से दो अलग-अलग माध्यमों से पैसे प्राप्त किए हैं। उसने भारत की खुफिया जानकारी इकबाल को दी है। पुलिस ने नोमान इलाही को भारत की सुरक्षा से संबंधित गुप्त सूचनाएं इकबाल निवासी पाकिस्तान के साथ सांझा करके भारत की सम्प्रभुता, अखंडता, एकता व सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने का कसूरवार माना। उसके खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट 1923 की धारा 3/4/5 और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 152 के तहत केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। ************************* ये खबर भी पढ़ें... ISI हैंडलर काना, जिसने पानीपत के नोमान को जासूस बनाया, टारगेट पर हरियाणा-पंजाब थे हरियाणा के पानीपत में पकड़ा गया पाकिस्तानी जासूस नोमान इलाही 20 मई तक पुलिस रिमांड पर है। जैसे-जैसे पूछताछ आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे कई खुलासे हो रहे हैं। जानकारी मिली है कि नोमान ISI कमांडर इकबाल उर्फ काना के संपर्क में था। (पढ़ें पूरी खबर)

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Friday, May 16, 2025

अंबाला में मंडी के बाहर फायरिंग का मामला:चार और आरोपी काबू, घटना में शामिल बाइक भी बरामद; 15 दिन में सुलझी गुत्थी

हरियाणा के अंबाला के नारायणगढ़ की मंडी के सामने फायरिंग करने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने घटना ने घटना में उपयोग हुई मोटरसाइकल भी बरामद कर ली है। जिसके बाद अब पुलिस इनसे पूछताछ करेगी। दरअसल, ये गिरफ्तारी नारायणगढ़ की सब्जी मंडी के गेट पर 1 मई को हवाई फायरिंग मामले में हुई है। पुलिस अधीक्षक अंबाला अजीत सिंह शेखावत के अनुसार अंबाला सीआईए 1 की टीम ने यह अनसुलझी पहली को सुलझा लिया है। उन्होंने बताया कि चार आरोपी सहारनपुर निवासी युवराज, पिलखनी निवासी जोनी, बींदपुर गांव निवासी कार्तिक कुमार व नकुड निवासी अवनीश को वीरवार कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वहीं, पांचवें आरोपी सहारनपुर के सरसावा निवासी अंकुश की टांग में सीआईए-1 से मुठभेड़ के दौरान गोली लगी थी। वह अभी अंबाला सिटी नागरिक अस्पताल में उपचाराधीन है। डॉक्टरों द्वारा फिट करने के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा। सीआईए-1 प्रभारी इंस्पेक्टर हरजिंद्र के नेतृत्व में टीम ने 15 दिन में सभी आरोपी काबू कर लिए। यह था पूरा मामला एक मई की सुबह सब्जी मंडी के बाहर हवाई फायर हुए थे। चार नकाबपोश बदमाशों ने वारदात को सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर अंजाम दिया था। फायर करने वालों ने मंडी के गेट पर खड़े चौकीदार को कहा था कि बुद्धि राजा कहां है, अगला नंबर उसका है। आरोपी मौके से फरार हो गए थे। पुलिस ने मंडी के चौकीदार की शिकायत पर अज्ञात पर मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी थी। इसके के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले गए थे जिसमें दो नकाबपोश युवक बाइक पर हवाई फायरिंग करते हुए दिखाई दे रहे थे।

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कौन है नौमान को जासूस बनाने वाला ISI कमांडर इकबाल:2 साल पहले सौंपी एजेंट बनाने की जिम्मेदारी, हरियाणा-पंजाब रखा मेन टारगेट

हरियाणा की पानीपत क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी की गिरफ्त में आया पाकिस्तानी जासूस नौमान इलाही 20 मई तक पुलिस रिमांड पर है। जैसे-जैसे उससे पूछताछ आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे कई खुलासे हो रहे है। जानकारी मिली है कि नौमान ISI कमांडर इकबाल उर्फ काना के संपर्क में था। पाकिस्तान में बैठे इकबाल उर्फ काना ने ही नौमान को 2 साल पहले ISI के लिए एजेंट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। उसे हरियाणा-पंजाब में एजेंट का बड़ा नेटवर्क खड़ा करने का टारगेट दिया गया था, ताकि भारत की खुफिया जानकारी आसानी से हासिल की जा सके। कौन है इकबाल ऊर्फ काना, कैसे उसने नौमान को अपने नेटवर्क से जोड़ा, सूचनाएं भेजने की ट्रेनिंग कैसे दी गई? जैसे कई दूसरे सवालों का जवाब जानने के लिए दैनिक भास्कर ने हरियाणा के पानीपत से लेकर यूपी के कैराना तक दोनों की कुंडली खंगाली। पढ़िए रिपोर्ट... 4 पॉइंट़्स में जानिए, कौन है इकबाल उर्फ काना शामली के कैराना का रहने वाला, 90 के दशक में तस्करी शुरू की इकबाल उर्फ काना मूल रूप से शामली के कैराना का रहने वाला है। इकबाल काना और उसका साथी कैराना का ही दिलशाद मिर्जा पाकिस्तान से हथियारों और नकली नोटों की तस्करी करते थे। यह था 1990 का समय, दोनों ने मिलकर तस्करी का बड़ा नेटवर्क बना लिया था। पुलिस को चकमा देकर दोनों खूब पैसा बटोर रहे थे। 1993 में दिल्ली सेल ने पकड़ी खेप, पहली बार नाम सामने आया इकबाल काना और उसके साथी दिलशाद मिर्जा का कैराना से शुरू हुआ तस्करी का नेटवर्क वेस्ट यूपी तक फैलने लगा था। धीरे-धीरे दोनों इसे पूरे यूपी में फैलाने की तैयारी कर रहे थे। साल 1993 में दिल्ली की स्पेशल सेल ने 276 पिस्टल की एक खेप पकड़ ली। खेप के साथ पकड़े गए लोगों से पूछताछ हुई तो इकबाल और दिलशाद का नाम पहली बार सामने आया। पुलिस की सक्रियता बढ़ी तो पाकिस्तान भाग गया पिस्टल की खेप पकड़े जाने के बाद दिल्ली पुलिस एक्टिव हुई। इसके साथ ही यूपी पुलिस को भी इसका इनपुट दिया गया। दोनों प्रदेशों की टीम सक्रिय हुई तो इकबाल काना और दिलशाद मिर्जा फरार हो गए। कई दिनों तक पुलिस दोनों की तलाश में कैराना से लेकर सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, मेरठ, बागपत से लेकर दिल्ली तक दबिश देती रही, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसी दौरान पता चला कि 1993 में ही दोनों पाकिस्तान भाग गए थे। ISI के लिए करने लगा काम, आतंकी संगठन से भी जुड़ा पाकिस्तान चले जाने के बाद इकबाल उर्फ काना और उसका दोस्त दिलशाद मिर्जा ISI के लिए काम करने लगे। दोनों लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद आदि आतंकी संगठनों से जुड़ गए। दोनों यूपी से थे, दोनों को यहां ISI के लिए जासूस तैयार करने की जिम्मेदारी मिली। इसके बाद दोनों पूरी तरह से ISI और आतंकी संगठनों के लिए काम करने लगे। 2008 में दिलशाद के साथी शामली निवासी महबूब के पकड़ने जाने के बाद इसकी पुष्टि हुई थी। बताया जाता है कि इकबाल काना पहले एजेंट होता था, अब कमांडर बन गया है। अब जानिए नौमान इलाही कैसे बना पाकिस्तानी जासूस... साथी गिरफ्तार हुआ तो नौमान पर रखा हाथ साल 2023 में मेरठ STF ने इकबाल उर्फ काना के साथी कलीम निवासी शामली को गिरफ्तार किया था। कलीम को इकबाल ने ही 14 महीनों तक पाकिस्तान में ट्रेनिंग दिलवाई थी। उसे भी वेस्ट यूपी के युवाओं को ISI से जोड़ने की जिम्मेदारी मिली थी। मगर, उसके पकड़े जाने के बाद इकबाल नया साथी ढूंढ रहा था। इसी दौरान उसका संपर्क हुआ नौमान इलाही से। चूंकि नौमान कैराना का ही था तो उसने आसानी से नौमान को नेटवर्क से जोड़ लिया। कई खासियतों की वजह से चुना गया नौमान नौमान की कई खासियतें उसे पाकिस्तानी एजेंट के रूप में तैयार करने में मददगार साबित हुईं। एक तो उसके पिता अहसान इलाही की मौत हो चुकी थी। उसके पिता लोगों के पासपोर्ट बनवाने में मदद करते थे। उनकी मौत के बाद नौमान ने इस काम को करना शुरू कर दिया था। दूसरा यह कि वह 6 भाई बहनों में सबसे छोटा था। सबकी शादी हो चुकी थी इसलिए उसे कोई रोकने-टोकने वाला नहीं था। तीसरी और सबसे अहम बात कि उसकी बुआ और मौसी पाकिस्तान में रहती हैं। ऐसे में उसे पाकिस्तान आने-जाने के लिए कोई ज्यादा परेशानी नहीं होनी थी। ट्रेनिंग भी दी, कैफे से भेजी जाती थी रकम पुलिस सोर्सेज की माने तो पकड़े जाने पर जब नौमान इलाही के मोबाइल की जांच की गई तो उसमें कई खुफिया जानकारी मिली। ये वीडियो और फोटो के रूप में थी। एसपी पानीपत ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी पुष्टि भी की थी कि पक्के सबूत मिलने पर ही नौमान को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में सामने आया है कि नौमान को वीडियो-फोटो कैसे बनानी है, कैसे भेजनी है और पैसे कैसे मिलेंगे, इसकी पूरी ट्रेनिंग दी गई थी। एसपी का कहना है कि उसकी ट्रेनिंग पाकिस्तान में हुई है या यहीं, इसकी जांच चल रही है। इसके अलावा जब पानीपत पुलिस ने नौमान को साथ लेकर कैराना में एक जनसेवा केंद्र में दबिश दी, तो वहां बैंक खातों में पाकिस्तान से रुपए मंगवाने के सबूत मिले। यूपी के साथ हरियाणा और पंजाब में भी बनाने थे एजेंट पुलिस सोर्सेज के मुताबिक, शुरूआती जांच में सामने आया है कि नौमान को हरियाणा और पंजाब में एजेंट्स भी बनाने का काम सौंपा गया था। कारण था कि यूपी और हरियाणा की सीमाएं एकदूसरे से लगी हैं। कैराना से पानीपत महज 25-30 किलोमीटर है। ऐसे में वह यहां रहकर इकबाल उर्फ काना की ओर से दी गई जिम्मेदारियों को बखूबी निभा सकता था। इसलिए नौमान 4 महीने पहले ही पानीपत आ गया था और सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी शुरू कर दी थी। ******** ये खबर भी पढ़ें... पाकिस्तानी जासूस ISI हैंडलर काना के टच में था, पासपोर्ट बनाते आतंकियों से संपर्क हुआ पानीपत में कल (14 मई) को पकड़ा गया पाकिस्तानी जासूस नौमान इलाही पाकिस्तान में ISI के हैंडलर इकबाल उर्फ काना के लिए मुखबिरी कर रहा था। 24 साल का नौमान उसे वीडियो बनाकर भेजता था। पुलिस जांच के मुताबिक उसने हरियाणा और पंजाब के कई संवेदनशील जगहों की जानकारी आतंकियों को दी। (पढ़ें पूरी खबर)

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Thursday, May 15, 2025

हरियाणा में तांत्रिकों की ठगी की कहानी:बेटा बीमार था, मां को कहा- घर में धन-सोने के मटके दबे, 25 लाख ठगकर धमकाने लगे

हरियाणा के जींद में एक मां अपने बीमार बेटे को ठीक कराने के चक्कर में फंसकर 25 लाख रुपए गंवा बैठी। तांत्रिक ने उसके घर में धन व सोने से भरे 11 मटके दबे होने का दावा किया, और इन्हीं मटकों को बेटे की बीमारी की वजह बताया। फिर उन्हें निकालने के बदले पाकिस्तान और मलेशिया से सामान मंगाने के बहाने महिला से 20 लाख मांगे। जिसके चक्कर में महिला के परिवार ने जमीन तक बेच दी। आखिर में ठगों ने खुद ही बजरी के मटके दबाकर निकाल दिए और 5 लाख रुपए और लेकर भाग निकले। इसके बाद आरोपियों ने महिला को धमकी दी कि वह 32 लाख रुपए और दे वर्ना उसके बेटे की मौत हो जाएगी। तब परिवार पुलिस के पास पहुंचा, जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। सिलसिलेवार ढंग से जानिए ठगी की पूरी कहानी… महिला बोली– बेटा मानसिक बीमार, कहीं ठीक नहीं हुआ पुलिस को दी शिकायत में सफीदों निवासी एक महिला ने बताया कि उसका 23 वर्षीय बेटा मानसिक रूप से बीमार रहता है। उसे दौरे आते हैं और वह अपना होश खो बैठता है। उसने उपचार के लिए जींद, पानीपत, हिसार, चंडीगढ़ और गुरुग्राम में भी इलाज करवाया लेकिन उसे आराम नहीं हुआ। कुछ लोग विजिटिंग कार्ड देकर बोले- बाबा के पास बीमारी का इलाज जनवरी 2024 में कुछ लोग उसके घर आए और आकर एक विजिटिंग कार्ड देते हुए कहा कि इस बाबा के पास आपके बेटे की बीमारी का इलाज हो सकता है। महिला ने बताया कि वह बेटे को लेकर काफी चिंतित रहती थी, इसलिए उसने विजिटिंग कार्ड को देखा। इसके नीचे महेश नगर अंबाला का एड्रेस दिया गया था। कार्ड में किया था समस्या के ए टू जेड समाधान का दावा कार्ड के एक तरफ लिखा था कि 72 घंटों में हर तरह की समस्या का 101 प्रतिशत समाधान। खुला चैलेंज, शक्ति चमत्कार अपनी आंखों से देखें, वर्ल्ड फेमस, गुरु मलिक जी। साथ ही इस पर नोट लिखा था कि प्यार में धोखा खाए युवक-युवतियां जरूर मिलें। इसकी फीस 201 रुपए बताई गई थी। कार्ड के दूसरी तरफ लिखा था कि किया कराया, घर में खून के छींटे, बीमारी में दवा न लगना, ऊपरी असर, गृह क्लेश, सौतन व दुश्मन से छुटकारा, पति पत्नी में अनबन, सास बहू में झगड़ा, विदेश यात्रा में बाधा सहित A To Z समाधान। तांत्रिक का विजिटिंग कार्ड, जो महिला को दिया गया था... कॉल किया तो बोले– सब ठीक कर देंगे महिला ने बताया कि उसने कार्ड पर नंबर मिलाया तो सामने से कबीर नाम के व्यक्ति ने उससे बात की। कबीर ने अपने पिता का नाम अकबर बताया। उसने अपना एड्रेस अंबाला कैंट महेश नगर बताया। महिला ने अपनी समस्या बताई तो उसने कहा कि वह ठीक कर देगा, वहां पर आ जाएं। अंबाला गई तो बोला- तुम्हारे घर में धन-सोने के 11 मटके दबे महिला ने बताया कि मैं अपने पति त्रिलोक सिंह के अलावा गगनदीप, मनदीप, मेहर सिंह के साथ अपने बेटे को लेकर अंबाला चली गई। वहां आरोपी कबीर ने मुझे बताया कि मेरे घर में धन व सोने से भरे 11 मटके दबे हुए हैं। इस के कारण परेशानी आ रही है। जब तक घड़ों को बाहर नहीं निकाला जाएगा, परेशानी बनी रहेगी। मटके से नागिन निकाली, पाकिस्तान-मलेशिया से सामान मंगाने का झांसा दिया उसने जादू-टोना करने के भी ढोंग किए। जैसे मटके में से नागिन निकाल कर दिखाई।आरोपी ने कहा कि पाकिस्तान, मलेशिया से धन व मटकों के अंदर का संकट बाहर निकालने के लिए विशेष सामग्री और खाली शीशियां मंगवानी पड़ेंगी। इन सामग्री और शीशी के जरिए खजाने को निकाला जाएगा। संकट (जिन्न या ऊपरी हवा) को शीशी में कैद किया जाएगा। इस पर 20 लाख रुपए खर्च आएगा। आरोपी ने उस समय एक मटके में से नागिन भी निकाल कर दिखाई, जिससे उन्हें विश्वास हो गया। आरोपी का चेला आया, फीस देने के लिए जमीन बेची इसके बाद आरोपी का चेला उनके घर आता रहा, जिसका नाम उन्हें मालूम नहीं है। वह कई बार उनके पास आया और झाड़-फूंक किया। रात को घर में धागे बांधे। एक कमरे के ऊपर ताला लगाया। वह भरोसा करते रहे। पीड़िता ने बताया कि उसने अपनी 9 कनाल जमीन 20 लाख रुपए में बेच दी, ताकि बेटे का उपचार करवा सके। आरोपी तथाकथित बाबा कबीर सिंह, उसका पिता अकबर और एक चेला उनके घर आते और आकर धूनी लगाते। मंत्र पढ़ते और टोना टोटका कर चले जाते। इसके बाद कहते कि शीशी मंगवानी है, इसलिए रुपए दे दो। एक बार में 5 लाख, दूसरी बार में 4 लाख, फिर 6 लाख और फिर 5 लाख रुपए उन्होंने आरोपियों को नकद दिए। हमें कमरे में बंद कर दूसरे कमरे में 3 मटके दबाए, फिर निकाले पीड़ित महिला ने कहा, "3 मई 2024 को कबीर, उसका पिता अकबर और उनका चेला रात को 11 बजे मेरे घर आए। आरोपियों ने मेरे पूरे परिवार को घर के एक कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद दूसरे कमरे में गड्ढे खोद कर उनमें 3 मटके दबा दिए। कुछ समय बाद हमें बुलाया और हमारे सामने मटके निकालते हुए कहा कि तीन मटके तो अब निकाल दिए हैं, बाकी बाद में निकलेंगे। अभी इन मटकों को मत खोलना, सुबह ही खोलना पड़ेगा, नहीं तो संकट आ सकता है।" जाते वक्त 5 लाख और लिए, फिर फोन बंद किए जाते समय आरोपी टोना-टोटका करने के बाद 5 लाख रुपए और ले गए। कई दिनों तक उन्होंने डर के मारे मटके नहीं खोले। जब आरोपियों के फोन बंद आने लगे तो घर में रखे मटकों को खोला। मटके के अंदर धन नहीं बल्कि ऊपर राख और नीचे बजरी भरी थी। किसी तरह संपर्क हुआ तो मौत का डर दिखा 32 लाख मांगे उन्होंने आरोपियों से संपर्क किया तो आरोपी ने उन्हें डराते हुए कहा कि 32 लाख रुपए और देने होंगे, नहीं तो घर में मौत हो जाएगी। उनका बेटा मर जाएगा। वह डर गए। आरोपी अलग-अलग नंबरों से संपर्क करता रहा और उन्हें धमकी देता रहा। इसके बाद पीड़ित परिवार ने मामले की शिकायत पुलिस को दी। पुलिस को शिकायत देने के बाद सीआईए स्टाफ पुलिस कर्मी उनके घर आए और उन्हें बताया कि कबीर नामक इस आरोपी ने पहले मर्डर भी किया हुआ है। आधार कार्ड भी नकली निकला, कार का नंबर भी डुप्लीकेट था पीड़ित महिला ने बताया कि आरोपी ने उनके सामने एक-दो बार मटके में से तरह-तरह की डरावनी आवाज निकाल कर दिखाई। मटके में से नागिन भी उन्हें निकाल कर दिखाई और इसलिए वह डर गई और जैसे आरोपी कहता रहा, वैसे ही करते गए। महिला ने बताया कि आरोपी ने आधार कार्ड भी नकली बनवाया हुआ है और जो गाड़ी लेकर आरोपी आता था, उसका नंबर भी डुप्लीकेट था। पुलिस बोली- केस दर्ज किया, हिसार में भी ठग चुका सफीदों शहर थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है। इसकी जांच की जा रही है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 506, 420, 406 के तहत मामला दर्ज किया है। इस तरह की दूसरी कोई शिकायत पुलिस के पास नहीं आई। शिकायतकर्ता महिला के अनुसार आरोपी बाबा ने हिसार के हांसी में भी एक परिवार को ऐसे ही झांसे में लेकर उनसे 10 लाख रुपए हड़प लिए थे। एक आरोपी का नाम मर्डर केस में आ चुका मर्डर के एक मामले में आरोपी कबीर का नाम सामने आया था। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है। पीड़ित परिवार को अभी तक किसी तरह की कोई कानूनी या आर्थिक सहायता नहीं मिली है। जमीन बेचने की एवज में बैंक से रुपए निकलवाए गए थे, इसलिए बैंक द्वारा इस तरह की कोई जांच नहीं हुई।

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