Tuesday, November 5, 2024

हरियाणा कांग्रेस की 8 मेंबरी कमेटी का EVM पर फोकस:हुड्‌डा के समधी अध्यक्ष; राठौड़ बोले- कांग्रेस को पार्टी के लोगों ने ही नुकसान पहुंचाया

हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद इसके कारणों को जानने के लिए प्रदेश कांग्रेस ने एक 8 सदस्यीय कमेटी बनाई है। यह कमेटी के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने बनाई है और इसका अध्यक्ष पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के समधी करण सिंह दलाल को बनाया गया है। आज मंगलवार को दोपहर 12 बजे इस कमेटी की पहली मीटिंग होगी। इस मीटिंग में तय होगा कि यह कमेटी काम कैसे करेगी, और हरियाणा में कांग्रेस की हार के कारणों का कैसे पता लगाएगी। 90 विधानसभाओं में कांग्रेस के विधायकों और प्रत्याशियों से मुलाकात की जाएगी। सभी मेंबर एक साथ एक टीम के रूप में विधानसभाओं में जाएंगे या विधानसभा क्षेत्र की रिपोर्ट के लिए अलग-अलग मेंबर जाएंगे, यह सब मीटिंग में ही तय होगा। बता दें कि कांग्रेस हाईकमान की भेजी फैक्ट फाइंडिंग कमेटी पहले ही हार के कारणों पर सभी नेताओं से वन टू वन बात कर चुकी है। हालांकि, उसकी रिपोर्ट सामने नहीं आई है। EVM से जुड़े मुद्दों पर फोकस करेगी कमेटी अब यह नई 8 मेंबरी कमेटी विशेष रूप से EVM से जुड़े मुद्दों पर फोकस करेगी, जोकि देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसके अलावा कांग्रेस ने माना है कि कुछ आंतरिक पार्टी विरोधी गतिविधियों ने भी पार्टी को नुकसान पहुंचाया है, जिन पर समिति की ओर से विचार किया जाएगा। समिति उन सभी विधायकों से बातचीत करेगी, जो चुनाव में जीतकर आए हैं और उन प्रत्याशियों से भी चर्चा करेगी, जो चुनाव हार गए। इसके साथ ही पार्टी में संगठन निर्माण में देरी और विपक्षी दल के प्रति जनता के असंतोष के मुद्दों पर भी समिति द्वारा विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी। यह समिति एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद पार्टी की ओर से आवश्यक कदम उठाए जाने की उम्मीद है। कमेटी में 5 हारे हुए नेता हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से बनाई कमेटी में करण सिंह दलाल अध्यक्ष हैं। कमेटी के सदस्यों में पार्टी के लीगल सेल के अध्यक्ष केसी भाटिया और नूंह के विधायक आफताब अहमद के अलावा चुनाव हारने वाले 5 नेता शामिल हैं। इनमें घरौंडा सीट से कैंडिडेट रहे वीरेंद्र राठौड़, बड़खल से कैंडिडेट रहे विजय प्रताप सिंह, पानीपत सिटी से चुनाव हारे वीरेंद्र बुल्ले शाह, दादरी सीट से उम्मीदवार रहीं डॉ. मनीषा सांगवान और सोनीपत जिले की खरखौदा सीट से चुनाव हारे पूर्व विधायक जयवीर वाल्मीकि शामिल हैं। कमेटी के सदस्य वीरेंद्र राठौड़ ने बताया है कि EVM का मुद्​दा पूरे देश में है। इस मुद्​दे पर कमेटी का विशेष फोकस रहेगा। इसमें डाटा फाइल अपलोड करने का एक महत्वपूर्ण विषय है। दूसरा, कांग्रेस में कांग्रेस के ही लोगों ने पार्टी नेताओं का नुकसान किया। ऐसे मुद्​दों पर एक विस्तृत रिपोर्ट कमेटी तैयार करेगी। राठौड़ बोले- 14 सीटों के रिजल्ट को मैन्युपुलेट किया गया राठौड़ का कहना है कि हरियाणा की जनता बदलाव चाहती थी। हालांकि, अब यह बात कहना ठीक नहीं लगेगा, क्योंकि चुनावी परिणाम आ चुके हैं, लेकिन कुछ मुद्​दे जरूर हैं जिन पर चर्चा होना जरूरी है। राठौड़ ने एक वॉट्सऐप मैसेज का जिक्र करते हुए कहा कि काउंटिंग शुरू होने से पहले मैसेज मिला, जिसमें लिखा था कि 14 ऐसी सीटें हैं, जिन्हें कांग्रेस जीत रही है, लेकिन डेटा फाइल्स को अपलोड कर इन 14 सीटों के रिजल्ट को मैन्युपुलेट कर दिया। हालांकि, मैं यह नहीं कह रहा कि इसमें पूरी सच्चाई है, लेकिन यह एक ऐसा प्रश्न चिह्न जरूर खड़ा करता है कि किसी भी व्यक्ति को गिनती शुरू होने से पहले उन 14 सीटों की जानकारी कैसे हुई कि यही 14 सीटें कांग्रेस हारेगी? यही 14 सीटें कांग्रेस हारी भी और इन्हीं सीटों की वजह से कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई। कहीं न कहीं सबूत इस तरफ इशारा जरूर कर रहे है। हालांकि, इस बात को साबित करना मुश्किल है, लेकिन सोचने पर जरूर मजबूर किया जा रहा है। ऐसा क्या हुआ कि इस प्रकार के नतीजे आए? भाजपा की कैबिनेट ही चुनाव हार गई वीरेंद्र राठौर ने भाजपा के पक्ष में आए चुनावी नतीजों को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा कैबिनेट ने अच्छा काम किया होता तो अनिल विज को छोड़कर सभी कैबिनेट मंत्री क्यों चुनाव हारते? अगर विधायकों ने काम अच्छा काम किया होता तो 11 उम्मीदवारों की जमानत जब्त न होती। भाजपा 89 सीटों पर चुनाव लड़ी और 89 में से 10 कैबिनेट मंत्री चुनाव हारे और 11 लोगों की जमानत जब्त हो गई। फिर बचीं 69 सीटें। ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि ऐसी कौन सी आंधी भाजपा की चल रही थी कि 69 में से 48 सीटें भाजपा जीत गई? आज भी लोग इस नतीजे को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। विकसित देश EVM का इस्तेमाल नहीं करते राठौड़ ने कहा कि किसी भी चीज को साबित करने के लिए सबूत चाहिए, लेकिन जब टेक्नोलॉजी से फ्रॉड किए जाते हैं तो उन्हें साबित करना आसान नहीं होता। आज टेक्नोलॉजी उस लेवल पर है, जहां डेटा को मैन्युपुलेट करना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन लोगों का विश्वास इलेक्शन कमीशन और EVM पर होना जरूरी है। देश की जनता कह रही है कि बैलट से इलेक्शन करवाए जाएं। विकसित देश EVM का इस्तेमाल नहीं करते। जाट और नॉन-जाट पॉलिटिक्स पर राठौड़ ने कहा कि यह सोशल मीडिया के माध्यम से प्रोपेगेट कर समाज को बांटने का काम भाजपा करती है। यहां वोटर बीजेपी के खिलाफ था। जो लोग BJP से त्रस्त थे, छोटा व्यापारी BJP की नीतियों से परेशान था। यहां जाट और नॉन-जाट का सवाल बेमाना है। वहीं, कांग्रेस के संगठन और नेता प्रतिपक्ष को लेकर राठौड़ करते हैं कि विपक्ष का नेता तो पार्टी हाईकमान ही तय करेगी। और संगठन भी जल्दी बन जाना चाहिए। बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हवा होने के बाद भी पार्टी को 37 सीटें मिली हैं। वहीं, भाजपा 48 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में कामयाब रही।

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केबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा का कांग्रेस पर बड़ा तंज:बोले-कांग्रेस के लोग सदमे से बाहर निकले और देखे कि हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की सरकार बन चुकी

हरियाणा के सहकारिता, जेल एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कांग्रेस की 8 सदस्यीय समीक्षा कमेटी को लेकर बड़ा तंज कसा है। अरविंद शर्मा ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की करारी हार हुई, लेकिन कांग्रेस फिर भी सोच रही थी कि वे जीतने वाले थे, लेकिन हार गए। कांग्रेस अभी तक भी उस सदमें से बाहर नहीं निकल पाई है, क्योंकि कांग्रेस ने खुद ही झूठ का पुलिंदा इतना बड़ा बना लिया था कि "हमारी सरकार आएगी, कांग्रेस की सरकार आएगी", कांग्रेस के लोग अब तक इससे बाहर ही नहीं निकल पा रहे है। अब उनको पता ही नहीं लग रहा है कि भाजपा की तीसरी बार सरकार बन गई। नाबय सैनी मुख्यमंत्री बन गए, कांग्रेस को इस बात का पता ही नहीं है, वे अपनी धुन में है। इस सदमे से और बात से कांग्रेस के लोगों को बाहर आना चाहिए, अपनी आंखों पर लगे चश्मों को हटाकर उन्हें देखना चाहिए कि हरियाणा में 36 बिरादरी ने मिलकर तीसरी बार भाजपा की सरकार बन चुकी है और इसका ध्यान कांग्रेस को है या नहीं, यह मुझे समझ में नहीं आ रहा। यह बात उन्होंने सोमवार देर शाम को करनाल के कर्ण लेक पर आयोजित द्वितीय महाभारत सर्किट सम्मेलन के दौरान कहे। हिंदूओं का अपमान सहन नहीं किया जाएगा कनाड़ा के अंदर विरोध प्रदर्शनों के सवाल पर डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि अल्पसंख्यकों का जितना सम्मान अपने देश में है, उतना किसी देश में नहीं है। एक बात कह देना चाहता हूं कि कोई भी देश हो, जो हिंदूओं का अपमान करेगा या कर रहा है वह ज्यादा लंबा चलने वाला नहीं है, यह भी आगे आ जाएगा। टूरिज्म को बढ़ाना ही है लक्ष्य अरविंद शर्मा ने कहा कि करनाल में आयोजित द्वितीय महाभारत सर्किट सम्मेलन में का लक्ष्य टूरिज्म को बढ़ावा देना है। टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए इंटरनेशनल लेवल के ट्रैवलर्स को बुलाया गया है, यूटूबर्स को बुलाया गया है, इलेक्ट्रोनिक्स मीडिया, प्रिंट मीडिया, होटलर्स है, इन सबकी के साथ कुरूक्षेत्र सर्किट की मीटिंग रखी गई है। कुरूक्षेत्र में जो जो प्वाइंट आते है उन सबको मिलाकर एक सर्किट तैयार किया गया है। जिसका मकसद है, इस सर्किट में ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु आए, पर्यटक आए और लोगों की संख्या बढ़े तथा हरियाणा में टूरिज्म को बढ़ावा मिले। जैसे अयोध्या में भगवान श्रीराम की स्थली है, ऐसे ही कुरूक्षेत्र भगवान कृष्णा की स्थली है। यहीं पर गीता का उपदेश दिया गया था। इसके अतिरिक्त गीता मुनि ज्ञानानंद जी महाराज ने भी विश्व स्तर पर भगवत गीता का प्रचार प्रसार किया है। आज ऐसा समय है कि हर घर और हर पॉकेट में भगवत गीता मिलती है।

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Monday, November 4, 2024

मेडिकल शिविर में लोगों की हुई निःशुल्क जांच, दवाइयां भी वितरित

सिरसा | अरदास ग्रुप की ओर से प्रीत नगर गली नंबर 7 स्थित नि:शुल्क मेडिकल शिविर लगाया गया। इस शिविर में सैकड़ों लोगों की नि:शुल्क जांच की गई व दवाइयां वितरित की गई। इस सिलसिले में अरदास ग्रुप के संस्थापक मनीष छाबड़ा व मीडिया प्रभारी दीपक सिंह ने बताया कि अरदास ग्रुप सामाजिक सरोकारों से परिपूर्ण है। इस ग्रुप का उद्देश्य समाज हित कार्य करना है। इस कड़ी में यह शिविर लगाया गया जिसमें सैकड़ों लोगों की नि:शुल्क जांच की गई। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में हम स्वयं के लिए समय नहीं निकाल पाते। चिकित्सा सेवाएं भी महंगी हो गई है। ऐसे में इस तरह के शिविर जरूरतमंदों के लिए अमृत सिद्ध होते है। शिविर में नेत्र रोग विशेषज्ञ ने 140 से अधिक लोगों, डॉ. चंद्र कंबोज ने 230 से अधिक लोगों की निशुल्क जांच की, जबकि डॉ. जतिन ने 60 से अधिक बच्चों की नि:शुल्क जांच की। इसके अतिरिक्त 100 से अधिक लोगों की शुगर, ब्लड प्रेशर और रक्त की निशुल्क जांच की गई। शिविर में आंखों, हड्डी व जोड़ रोग, बच्चों की बीमारियों की नि:शुल्क जांच के साथ साथ दवाइयां भी नि:शुल्क दी गई। सिरसा। मेडिकल शिविर में जांच कराने पहुंचे मरीज।

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Sunday, November 3, 2024

सोनीपत में पुरानी रंजिश में परिवार पर हमला:तेजधार व खतरनाक हथियार से मारी चोटें; महिलाओं ने बरसाए ईंट-पत्थर, 12 पर FIR

हरियाणा के सोनीपत में पुरानी रंजिश को लेकर कई व्यक्तियों ने एक परिवार के सदस्यों पर तेजधार व अन्य खतरनाक हथियारों के साथ हमला कर दिया। इस दौरान दो महिलाओं ने पत्थर बरसाए। वारदात में एक महिला समेत 5 व्यक्तियों को चोटें आई। घायलों को खानपुर पीजीआई में इलाज के लिए ले जाया गया। पुलिस ने 12 व्यक्तियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस छानबीन में लगी है। हसनगढ़ गांव के संदीप ने गोहाना सिटी थाना में दी शिकायत में बताया कि शाम को करीब 7.45 बजे वह अपने चाचा राजेन्द्र व भाई दयाल दास के साथ अपनी बैठक के सामने गली मे खड़े थे। इसी दौरान मंगतु (रवि) मोबाइल पर बातें करता हुआ आया। उसने चाचा राजेन्द्र को कहा कि तूने मेरे साथ जो मारपीट की थी, आज तुझे इसका मजा चखाउंगा। उसने आवाज लगा कर काला को बुलाया। वह हाथ मे फरसा लिए हुए आया। काला के साथ ही संजीव उर्फ छेदी, सुरेंद्र उर्फ मौकू अपने हाथ में फावडा, जिस पर छोटे- छोटे सरिया लोहा लगे हुए थे, नरेन्द्र उर्फ बोबी लठ, अंकित व मनीष हाथ मे पटाखे बजाने वाला लोहे का धडु, कृष्ण उर्फ कालू, पवन, बलजीत लाठी डंडे और मनजीत उर्फ पदरा हाथ मे फरसा लिए हुए था। इन्होंने आते ही उसके चाचा राजेन्द्र के सिर में पाइप से लगी चेन गरारी से हमला कर दिया। उसका चाचा नीचे गिर गया,तो अन्य ने उसे हथियारों से पीटना शुरू कर दिया। संदीप ने कहा कि वह चाचा को बचाने आया तो उस पर थी हमला कर दियसा गया। इसके बाद उसने शोर मचाया तो उसकी माता सुमित्रा देवी आ गई। मनजीत ने अपने हाथ मे लिए फरसा से उसकी मां के हाथ पर वार किया। हमलावरों के घर की दो महिलाओं ने भी उन पर ईंट पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। शोर शराबा सुन कर मौके पर ग्रामीण जुटने लगे तो ये सभी उनको बुरी तरह से घायल कर वहां से धमकी देते हुए भाग गए। बाद में घायलों को पीजीआई खानपुर में दाखिल कराया गया। गोहाना सिटी थाना के IO सुनील कुमार के अनुसार रात को सूचना मिली थी कि कुछ व्यक्ति झगड़े में लगी चोटों के कारण घायल होकर पीजीआई में दाखिल हैं। बाद में संदीप ने शिकायत दी। इस पर पुलिस ने 12 व्यक्तियों के खिलाफ धारा 190,191(3),115(2),351(2) BNS में केस दर्ज किया है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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पंचकूला के AAP नेता के बेटे बिग बॉस में एंट्री:फिटनेस आइकन हैं दिग्विजय सिंह राठी, रोडीज से बनी खास पहचान

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र राठी के बेटे और पंचकूला के फिटनेस आइकन दिग्विजय सिंह राठी ने अब बिग बॉस में एंट्री करके हलचल मचा दी है। एमटीवी रोडीज जैसे हिट शो में अपने दमदार प्रदर्शन से मशहूर हो चुके दिग्विजय अब इस नए प्लेटफॉर्म पर अपने फैंस को एंटरटेन करते नजर आएंगे। रोडीज के दौरान उनकी पर्सनैलिटी और फिटनेस को यूथ ने बहुत पसंद किया, जिससे वे काफी लोकप्रिय हुए। सुरेंद्र राठी: पंचकूला की राजनीति का अहम चेहरा दिग्विजय के पिता सुरेंद्र राठी पंचकूला में आम आदमी पार्टी के एक महत्वपूर्ण नेता हैं। राठी ने समय-समय पर अपनी पार्टी के लिए सक्रिय होकर क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। क्षेत्र के लोगों के मुद्दे उठाने और पार्टी के विचारों को लोगों तक पहुँचाने में उनकी भूमिका अहम रही है।। बिग बॉस में दिग्विजय का सफर और शो की चुनौतियाँ बिग बॉस के पिछले सीजन में हमने देखा है कि इस शो में पार्टिसिपेंट्स को हर दिन कई तरह की मानसिक और शारीरिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इस शो का फॉर्मेट ऐसा है कि प्रतियोगियों को एक घर में कई हफ्तों तक एक साथ रहना होता है, जहां कैमरे हर समय उन पर नजर रखते हैं। इस दौरान प्रतियोगी टास्क और खेल के जरिए एक-दूसरे को कड़ी टक्कर देते हैं। दर्शकों की वोटिंग के आधार पर प्रतियोगियों को शो में बने रहने का मौका मिलता है। फिटनेस और अनुभव के चलते मचाएंगे धमाल दिग्विजय सिंह राठी की फिटनेस और अनुभव निश्चित रूप से उन्हें बिग बॉस के घर में आगे बढ़ने में मदद करेंगे। रोडीज जैसे शो में उन्होंने न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक रूप से भी खुद को मजबूत साबित किया है। बिग बॉस में भी फिटनेस और मानसिक संतुलन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पिछले सीजन में भी कई प्रतियोगी अपनी फिटनेस और टास्क के दौरान शानदार प्रदर्शन के कारण फैंस के दिलों पर राज करते रहे हैं। युवाओं के बीच बढ़ती लोकप्रियता रोडीज के बाद दिग्विजय सिंह राठी युवाओं के बीच एक फिटनेस आइकन बन गए। सोशल मीडिया पर उनके फॉलोअर्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है, और उनके फिटनेस टिप्स व लाइफस्टाइल के प्रति लोग आकर्षित हो रहे हैं। उनकी फिटनेस और लाइफस्टाइल ने उन्हें सोशल मीडिया पर भी खासा फेमस बना दिया है।

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Saturday, November 2, 2024

गांव बवानियां में लगा रक्तदान शिविर, 50 यूनिट रक्त एकत्र

भास्कर न्यूज | महेंद्रगढ़ हरियाणा दिवस के उपलक्ष्य में गांव बवानिया में सर्वोदय संगठन के तत्वावधान में रक्तदान शिविर लगाया गया। शिविर का आयोजन हरियाणा रेड क्रॉस सोसाइटी, नारनौल के सहयोग से हुआ। गांव बवानिया के सिविल जज डॉ. विकास यादव बतौर मुख्य अतिथि थे। राजेश शर्मा, मैनेजर, गुड़गांव ग्रामीण बैंक, बवानिया बतौर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। मुख्य अतिथि सिविल ने भी रक्तदान किया। गांव की महिलाओं ने भी स्वेच्छा से रक्तदान किया। शिविर में करीब 50 यूनिट रक्तदान किया। पड़ोस के गांवों के युवाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

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Friday, November 1, 2024

भिवानी में बन रहे ओवरब्रिज का काम धीमा:सीवरेज लाइन का कार्य अधूरा होने से अटका; शहर में प्रतिदिन लग रहा जाम

भिवानी जिले को वर्ष 2021 में लोहारू रोड़ ओवरब्रिज व जीतू वाला रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज बनाए जाने की सौगात मिली थी, लेकिन पिछले दो साल से दोनों ही ओवरब्रिज का काम धीमा चलने से शहर में ट्रैफिक व्यवस्था पटरी से उतरी हुई है। जीतू वाला रेलवे फाटक पर सीवरेज लाइन का काम जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा पूरा न किए जाने से ओवरब्रिज का काम भी लटक गया है। लोहारू रोड़ पुराना ओवरब्रिज को तोड़ने का काम 6 माह बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। जिस कारण देवसर चुंगी वाल्मीकि चौक, लोहारू रोड़ से घंटाघर तक जाम की स्थिति बनी रहती है। जीतू वाला रेलवे फाटक पर करीब 22 करोड़ रुपए के बजट से बनने वाले इस ओवरब्रिज के लिए 8 जनवरी 2021 को बीकानेर रेलवे मंडल द्वारा टेंडर छोड़ा था। टेंडर छोड़े जाने के बाद इस वर्ष यह ओवरब्रिज बनकर तैयार होने की उम्मीद थी, लेकिन धरने प्रदर्शन के बाद भी काम में तेजी नहीं लाई जा रही। रोजाना बन रही जाम की स्थिति लोहारू रोड पर 70 के दशक में बने पुराने रेलवे ओवरब्रिज को तोड़कर नया बनाया जा रहा है। करीब डेढ़ साल के लिए बंद रहने से देवसर चुंगी और तोशाम बाइपास के जरिए ही वाहनों की आवाजाही हो रही। जिससे रोजाना जाम की स्थिति बन रही है। नवंबर 2024 तक निर्माण पूरा करने की उम्मीद लोहारू रेलवे ओवरब्रिज पर कंस्ट्रक्शन कंपनी ने पिलर तैयार कराने का काम किया जा रहा है। देवसर चुंगी रेलवे फाटक के समीप हालुवास गेट से अनाज मंडी गेट तक लोहारू रोड पर नया रेलवे ओवरब्रिज फोरलेन की तर्ज पर बनेगा। करीब 40 करोड़ की लागत से 900 मीटर लंबा रेलवे ओवरब्रिज नवंबर 2024 तक बनकर तैयार होना है। रेलवे पुल निर्माण के लिए 196 पिलर तैयार होंगे। वहीं 1972 में बने पुराना रेलवे ओवरब्रिज को अब तोड़ दिया है।

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हिसार में बागवानी इंटर क्रॉपिंग से 20 लाख की कमाई:सुरेंद्र को मिल चुके कई अवॉर्ड; अमरूद के साथ चीकू, मौसमी संग नींबू की पैदावार

हिसार जिले के दौलतपुर गांव के किसान सुरेंद्र श्योराण ने बागवानी में इंटर क्रॉपिंग यानी मिश्रित फसलों के जरिए नई मिसाल कायम की है। पारंपरिक ख...